तैयार होंगे 150 इनोवेशन चैंपियन और छह हजार कोच
(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य में 6ठी से 10वीं कक्षा के स्कूली बच्चे इंस्पायर एवार्ड की उड़ान भरेंगे। इसके लिए बच्चे नवाचार अपनायेंगे। इस हेतु विज्ञान एवं गणित के 150 शिक्षक इनोवेशन चैंपियन और छह हजार इनोवेशन कोच तीन चरणों में तैयार होंगे। इसके लिए जून तक इनोवेशन चैंपियन का चयन होगा। उन्हें 10 दिनों की गहन ट्रेनिंग मिलेगी। उसके बाद छह हजार इनोवेशन कोच के रूप में छह हजार शिक्षकों की ट्रेनिंग होगी।
इस पर विज्ञान एवं गणित के शिक्षकों की तीन दिवसीय कार्यशाला में यहां मंथन हुआ। कार्यशाला शनिवार को समाप्त हुई। इसका आयोजन बिहार शिक्षा परियोजना परिषद एवं इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (पुणे) ने राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद में किया था। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक श्रीकांत शास्त्री ने अधिक से अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की आवश्यकता जतायी। शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक डॉ. विनोदानंद झा द्वारा प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट देते हुए शिक्षकों को प्रोत्साहित किया गया।
उद्घाटन सत्र में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की अपर राज्य परियोजना निदेशक (अकादमिक) श्रीमती किरण कुमारी ने इंस्पायर मानक पुरस्कारों के लिए जागरूकता पैदा करने की योजना की चर्चा की। इसमें राज्य भर से 50 शिक्षकों तथा 10 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च द्वारा इनोवेशन चैंपियन और इनोवेशन कोच बनाने के लिए प्रतिभागी शिक्षकों को प्रशिक्षित किया। इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च के परियोजना निदेशक (स्कूल) नितिन तिवने ने कार्यक्रम को लेकर प्रस्तुति दी।
उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण स्कूलों के शिक्षकों को विचारों, चुनौतियों और अनुकूलित समाधानों को साझा करने के लिए पेशेवर नेटवर्क बनाने की अनुमति देगा। इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च के परियोजना के प्रधान तकनीकी पदाधिकारी सुश्री शांति पिसे ने शिक्षकों को महत्वपूर्ण सुझाव दिये। इसमें इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च के परियोजना टीम के सदस्य चैतन्य मुंगी, श्रद्धा बुरखुंडे, मो. तकी, यूनिसेफ के सलाहकार धर्मवीर कुमार सिंह, बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की एसआरपी अभिलाषा झा एवं निशांत सिंघानिया की सक्रिय सहभागिता रही।