मंत्री ने सफाई दी कि उनका भाई के साथ कोई संबंध नहीं
पटना। स्कूल परिसर से शराब मिलने पर विपक्षी दलों के निशाने पर आए राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत कुमार ने सफाई दी है कि मेरा भाई के साथ कोई संबंध नहीं है। शनिवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में मंत्री ने कहा कि साल 2006 में मेरे पिताजी ने भाइयों के बीच पैतृक संपत्ति का मौखिक बंटवारा कर दिया। 2012 में रजिस्टर्ड बंटवारा हुआ है। जिस स्कूल परिसर से शराब बरामद हुई है, उस जमीन को भाई ने 2014 में खरीदा था।
मंत्री ने कहा कि भाई हमसे अलग होने के बाद क्या कर रहा है, उससे हमें क्या मतलब। सरकार चाहे तो किसी भी एजेंसी से जांच कर कार्रवाई करे, हमें कोई आपत्ति नहीं।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा इस्तीफा मांगे जाने पर मंत्री ने कहा कि उनके पिताजी सजायाफ्ता हैं। उन पर और उनकी मां पर मुकदमा है। क्या वे इस्तीफा देंगे? लालू प्रसाद की मां के नाम पर गांव व स्कूल हैं। क्या वहां से शराब बरामद होगी तो तेजस्वी इस्तीफा देंगे? मेरे पिताजी इलाके के गणमान्य व्यक्ति थे। उनके नाम पर कोई स्कूल चला रहा है और बतौर जनप्रतिनिधि मैं किसी पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में जाता हूं तो उसमें इस्तीफे का सवाल कहां से आ रहा है।
तेजस्वी यादव पर कहा कि वे दो दिनों के अंदर माफी मांगें वरना मानहानि का मुकदमा कर उनसे मुआवजा लूंगा। मंत्री ने कहा कि मेरे कारण जिनकी राजनीति समाप्त हो गई है, वे बौखलाए हुए हैं। सच्चाई है कि स्कूल संचालक ने खुद जानकारी दी है कि उसने लीज पर जमीन ले रखी है। आरोप लगाया कि शराब के कारोबार में महागठंधन के लोग शामिल हैं।