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पहले भी कई बार विदेशों में भारतीयों को बनाया जा चुका है निशाना, घटनाओं से भारत को लगता है धक्‍का


नई दिल्‍ली । विदेशों में बसे भारतीय न सिर्फ उन देशों के लिए बल्कि भारत के लिए भी उन देशों से जुड़ने की एक अहम कड़ी होते हैं। लेकिन, कई बार इसमें कुछ ऐसे पल भी जुड़ जाते हैं जो भारत को दुखी कर देते हैं। ऐसा ही पल दो दिन पहले आया था जब केलीफार्निया में बसे एक भारतीय परिवार की बड़ी ही बेरहमी से हत्‍या कर दी गई। हत्‍यारा किस कदर क्रूर था इस बात का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि उसको एक मासूम पर भी तरस नहीं आया।

भारत ऐसी घटनाओं से होता है दुखी

भारत इस घटना से काफी दुखी है। इस घटना ने अमेरिका में बसे भारतीयों को भी झकझोर कर रख दिया है। बता दें कि अमेरिका में काफी संख्‍या में भारतीय रहते हैं। अमेरिका में बसे भारतीय वहां की अर्थव्‍यवस्‍था में एक मजबूत भागीदार भी हैं। ऐसे में वहां पर इस तरह की घटना का होना वास्‍तव में काफी बुरा है। अमेरिका में इस घटना के बाद एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस पर 8 वर्ष की बच्‍ची आरोही, उसके मम्‍मी-पापा और अंकल की हत्‍या करने का आरोप लगा है।

22 मार्च 2022, ब्रिटेन

सबिता थानवनी अपनी पढ़ाई कर अपने सपनों को नई उड़ान देने के लिए ब्रिटेन गई थी। वहां पर उसके ही ब्‍वाय फ्रेंड ने उसकी बड़ी ही बेरहमी से हत्‍या कर दी थी। बाद में पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। आरोपी का नाम Mahar Maaruoufe बताया गया है। वह ट्यूनेशिया का है। पुलिस ने सबिता का शव उसके Clerkenwell इलाके में स्थित हास्‍टल के कमरे से बरामद किया था। पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया था कि सबिता की हत्‍या उसके गले पर किसी चीत के जोर से मार देने की वजह से हुई थी। 19 वर्षीय सबिता का हत्‍यारा एक 22 वर्षीय मारूफ एक इंमरजेंसी वर्कर था। सब‍िता काफी केयरिंग थी और सभी की चहेती थी। छोटी सी उम्र में उसके यूं दुनिया से चले जाने से उसके आसपास में रहने वाले लोग काफी दुखी हुए थे।

10 मार्च 2021, आस्‍ट्रेलिया

आस्‍ट्रेलिया में रहने वाली 21 वर्षीय जसमीन कौर का शव एडीलेड से करीब 430 किमी दूर फ्लींडर रेंज में पड़ा मिला था। इस हत्‍या से वहां पर रहने वाले भारतीयों को काफी मायूसी हुई थी। वो हैरान थे कि आखिर किसने और क्‍यों इस घटना को अंजाम दिया है। इस घटना के बाद एक छात्र को पुलिस ने आरोपी बनाया था। हालांकि पुलिस ने इसकी पहचान को उजागर नहीं किया था और कोर्ट में उसकी पेशी भी आनलाइन के जरिए की गई थी। जसमीन अपनी आंटी के साथ प्‍लेम्‍टन नार्थ में रहती थी। घटना से करीब दो-तीन दिन पहले जब उसके आफिस से उसके बिना जानकारी आफ करने का फोन आया तो उसकी आंटी ने उसे कई जगह तलाश किया था। कोई जानकारी नहीं मिलने के बाद पुलिस में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई गई। पुलिस की रिपोर्ट में बताया गया था कि हत्‍यारा उसको मारने के लिए एडीलेड आया था। लेकिन जब उसने इस घटना को अंजाम दिया तब वो इस बात को लेकर तय नहीं था कि जसमीन मर गई है। इस घटना के बाद भारतीयों ने हत्‍यारे को कड़ी सजा दिलाने की मांग की थी।

 

1 मार्च 2019, जर्मनी

साफ्टवेयर इंजीनियर प्रशांत बसारुर की म्‍यूनिख में उस वक्‍त हत्‍या कर दी गई थी जब वह एक सड़क से गुजर रहे थे। उनके साथ उनकी पत्‍नी भी थी। हत्‍यारे ने उन पर भी कई वार किए थे और उन्‍हें काफी गंभीर हालत में अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था। इस घटना की गूंज भारतीय संसद भवन तक सुनाई दी थी। इस घटना के बाद तत्‍कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज ने जर्मनी से इस घटना की जांच कर हत्‍यारे को कड़ी सजा दिलवाने का आग्रह किया था। प्रशांत कनार्टक के उडुपी जिले का रहने वाला था। शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में गुयाना के 33 वर्षीय एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। जांच में पता चला कि उसकी दंपत्ति से किसी बात को लेकर कहा-सुनी हो गई थी जिसके बाद उसने दोनों पर अंधाधुंध वार किए थे।

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11 जनवरी 2012, ब्रिटेन

लंदन में भारतीय मूल के व्‍यक्ति और उसकी इंग्लिश पत्‍नी की हत्‍या से पूरे शहर में सनसनी फैल गई थी। लोग हत्‍यारे को जल्‍द तलाश करने और उसको कड़ी सजा िदेने की मांग कर रहे थे। भारतीयों का गुस्‍सा इसलिए भी काफी अधिक था क्‍योंकि दो सप्‍ताह पहले ही एक भारतीय छात्र की भी नृशंस हत्‍या कर दी गई थी और पुलिस केवल जांच में जुटी थी। यही वजह थी कि 62 वर्षी अवतार सिंह और उनकी 58 वर्षीय पत्‍नी कैरोल कोलार की हत्‍या से भारतीय काफी दुखी थी। लोग चाहते थे कि कुछ समय पहले मैनचेस्‍टर में मारे गए छात्र के हत्‍यारे को भी जल्‍द पकड़ा जाए। इन दोनों हत्‍याओं की जांच में दबाव के बाद पुलिस को करीब 60 लोगों की टीम लगानी पड़ी थी।