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 प्रदर्शन में घुसे SFI के कैडर, ITO के पास किए गए गिरफ्तार


नई दिल्ली। कृषि कानूनों (New Farm Laws) का विरोध कर रहे किसानों ने एक बार फिर से सरकार पर दबाव बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। आज पूरे देश में किसान चक्का जाम (Chakka jam) कर रहे हैं। स्थिति को देखते हुए दिल्ली की सीमाओं की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसी बीच किसान आंदोलन में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से संबद्ध राजनीतिक छात्र संगठन एसएफआई से जुड़े कैजर भी कूद पड़े हैं। दिल्ली के आईटीओ से लाल किले की तरफ जाने वाले मार्ग पर शहीदी पार्क के पास अचानक एसएफआई से जुड़े 8 छात्र बैनर पोस्टर लिए सड़कों पर आ गए। बाद में पुलिस ने उन्हों गिरफ्तार कर लिया। हालांकि किसानों ने दिल्ली में चक्का जाम से इनकार किया है, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वो दोपहर 12 से 3 बजे तक चक्का जाम करेंगे। ऐसे में दिल्ली समेत हरियाणा और यूपी पुलिस भी अलर्ट पर है।

बता दें कि कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन के तहत आज हो रहे चक्का जाम में किसानों ने दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड को मुक्त रखने का वादा किया है। एक किसान मोर्चा की तरफ से बताया गया कि दिल्ली की सीमाओं पर शांतिपूर्वक आंदोलन चलेगा।

राष्ट्रीय और राज्य हाईवे पर यातायात रोका जाएगा
चक्का जाम के तहत देश में राष्ट्रीय और राज्य हाईवे पर यातायात रोका जाएगा। मोर्चा के डॉक्टर दर्शन पाल की ओर से चक्का जाम को लेकर दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं। 3 घंटे के चक्का जाम में दोपहर 3:00 बजे वाहनों के हॉर्न 1 मिनट तक बजाए जाएंगे, इसके बाद जाम समाप्त कर दिया जाएगा।

चक्काजाम के दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना ना हो इसके लिए दिल्ली पुलिस ने चाक चौबंद तैयारी की है। रेलवे व मेट्रो भी पूरी तरह से सतर्क है। आवश्यकता पड़ने पर दिल्ली मेट्रो के प्रभावित स्टेशनों में प्रवेश और निकासी द्वार को बंद किया जा सकता है।

आवश्यक सेवाओं को नहीं रोका जाएगा
राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को दोपहर 12:00 से 3:00 बजे तक जाम किया जाएगा। इस दौरान इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं जैसे एंबुलेंस, स्कूल बस आदि सेवाओं को नहीं रोका जाएगा। चक्का जाम शांतिपूर्ण और अहिंसक होगा। मोर्चा की तरफ से निर्देश दिए गए हैं कि प्रदर्शनकारी चक्का जाम के दौरान किसी भी अधिकारी कर्मचारी या आम नागरिक के साथ संघर्ष ना करें।

दिल्ली के भीतर कोई चक्का जाम नहीं
निर्देश में कहा गया है कि दिल्ली में किसी तरह का चक्का जाम नहीं किया जाएगा, क्योंकि बॉर्डर सील होने के कारण वहां पहले से ही चक्का जाम जैसी स्थिति है। दिल्ली में प्रवेश की सभी सड़कें खुली रहेंगी, सिवाय उनके जहां पहले से ही किसानों के मोर्चे लगे हुए हैं। दोपहर 3:00 बजे 1 मिनट तक हॉर्न बजाकर किसानों की एकता का संकेत देते हुए चक्का जाम खत्म किया जाएगा।