पटना

मुंगेर में श्रीकृष्ण सेतु का लोकार्पण आज करेंगे सीएम


मुंगेर। मुंगेर में गंगा नदी पर श्री कृष्ण सेतु अपने शिलान्यास के 20 बरस बाद बन कर तैयार हो गया। शिलान्यास से पहले इस पुल की मांग को ले चले आंदोलन का भी अपना इतिहास है। फिलहाल यह पुल मुंगेर के विकास में चार चांद लगाने के लिए उठ खड़ा हुआ है। इस पुल के शुरू होने से उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के रिश्ते और मजबूत तो होंगे ही, व्यापार भी काफी बढ़ेगा। 11 फरवरी यानी कल इस पुल का लोकार्पण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों होना तय हो गया है।

मुंगेर में गंगा पर बने इस रेल-सडक़ पुल को मुंगेर के विकास के लिए मील का पत्थर माना जा रहा है। इस सडक़ पुल के तैयार हो जाने से उत्तर बिहार, मिथिलांचल और कोसी सडक़ मार्ग से आपस में जुड़ जाएंगे। इस पुल के बनने से खगडिय़ा और बेगूसराय के लोगों में भी उत्साह है। आजादी के 7 दशक के बाद गंगा पर रेल के साथ सडक़ पुल का उनका सपना साकार होने जा रहा है। मुंगेर के लोगों को सडक़ मार्ग से 160-170 किलोमीटर की दूरी तय कर अभी खगडिय़ा और बेगूसराय जाना पड़ता है।

इस पुल के चालू हो जाने पर यह दूरी 130 किमी कम होगी और 170 किलोमीटर के बदले खगडिय़ा और बेगूसराय की दूरी मुंगेर से महज 30 से 40 किलोमीटर ही होगी। स्थानीय नेता संजीव मंडल के मुताबिक, मुंगेर से कटकर 5 नए जिले अस्तित्व में आ चुके हैं। जिसके कारण मुंगेर को प्रमंडलीय मुख्यालय का दर्जा मिला है लेकिन मुंगेर से अलग हुए बेगूसराय और खगडिय़ा को मुंगेर से जोड़े रखने के लिए तीनों जिलों के लोग मुंगेर गंगा नदी पर पुल बनाने की मांग काफी समय से करते आए हैं।

गौरतलब है कि भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस रेल-सडक़ पुल का शिलान्यास 2002 में किया था। मार्च 2016 में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा पर बने रेल पुल का लोकार्पण किया था। लेकिन सडक़ पुल का काम पूरा नहीं होने के कारण इसका शुभारंभ नहीं हो पाया था। अब सडक़ पुल भी बनकर तैयार है। फिलहाल इसका लोकार्पण टाला गया है लेकिन जल्द ही इससे आवागमन भी शुरू होने वाला है।

2016 में रेल पुल का उदघाटन हो चुका है। इस पर ट्रेनें चलने भी लगीं लेकिन पहुंच पथ न होने के कारण सडक़ पुल का इस्तेमाल नहीं हो रहा था। सडक़ सेतु की बाधा दूर करने के लिए करीब 14.5 किमी सडक़ का निर्माण किया गया है। बता दें कि पुल बनने के दौरान जमीन अधिग्रहण को लेकर कई अड़चनें आई थीं। इस बीच इसका लागत मूल्य 927 करोड़ से बढ़ कर 2774 करोड़ रुपये हो गया। उम्मीद जताई जा रही थी कि 16 जनवरी से श्री कृष्ण सेतु का उदघाटन कर आवाजाही शुरू कर दी जाएगी। पर यह भी डेट कैंसिल हो गई। अब 11 फरवरी को इस पुल का लोकार्पण होना तय हो गया है।

मुंगेर डीएम नवीन कुमार ने बताया कि मुंगेर सडक़ ब्रिज के शुरू होने के बाद से मुंगेर के विकास में तेजी आएगी। टूरिस्ट स्पॉट के लिहाज से मुंगेर में कई दार्शनिक स्थल हैं, जो पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करेंगे। सडक़ कनेक्टिविटी रहने से बड़ी संख्या में सहरसा, मधेपुरा, बेगूसराय, खगडिय़ा जिले सहित उत्तर बिहार के कई इलाकों का मुंगेर से सीधा जुड़ाव हो जाएगा। जिससे मुंगेर के साथ-साथ अन्य जिलों का भी चहुंमुखी विकास होगा।