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- लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में धीमी प्रगति पर की जाएगी कार्रवाई
- पीएचसी स्तर पर प्रतिदिन 300 एंटीजन टेस्ट और 200 आरटीपीसीआर टेस्ट का लक्ष्य
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मुजफ्फरपुर। जिले में कोविड-19 से संबंधित सैम्पलिंग एवं टेस्टिंग की स्थिति पीएचसी स्तर पर संतोषजनक नहीं रहने कारण कड़ी नाराजगी प्रकट की गई है। इस संबंध में अपर समाहर्ता राजस्व-सह-वरीय पदाधिकारी सैंपलिंग एंड टेस्टिंग कोषांग राजेश कुमार के द्वारा उनके कार्यालय कक्ष में आज एक महत्वपूर्ण बैठक की गई। बैठक में समीक्षा के क्रम में जिले में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर सैंपलिंग/टेस्टिंग की धीमी गति पर अपर समाहर्ता द्वारा कड़ी नाराजगी प्रकट की गई।
देखा गया कि पीएचसी स्तर पर सैम्पलिंग/ टेस्टिंग लक्ष्य के अनुरूप नहीं है। अपर समाहर्ता राजेश कुमार ने इसे गंभीरता से लेते हुए सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों, बीएचएम,बीसीएम को सख्त निर्देश दिया है कि निर्धारित लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में गंभीरता पूर्वक दायित्वों का निर्वाहन करना सुनिश्चित करें। सैपलिंग /टेस्टिंग की संख्या में अपेक्षित वृद्धि की जाय।
कहा कि इस संबंध में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निर्देश दिया गया कि पीएचसी स्तर पर 300 एंटीजन टेस्ट और 200 आरटीपीसीआर टेस्ट प्रतिदिन करना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही उक्त लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में प्रभावी कदम उठाया जाए। उन्होंने निर्देश दिया है कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी संयुक्त रूप से जिन क्षेत्रों में सैम्पलिंग संपन्न की जानी है उसका शेड्यूल बनाते हुए उक्त आलोक में सैंपलिंग का कार्य कराना सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि टेस्टिंग की धीमी प्रगति को गंभीरता से लिया जाएगा। लापरवाही प्रदर्शित होने पर संबंधित पर जिम्मेदारी तय की जाएगी। बैठक में प्रभारी पदाधिकारी राजस्व शाखा-सह-वरीय उप समाहर्ता सारंग मनी पांडे, सैंपलिंग/ टेस्टिंग कोषांग के नोडल पदाधिकारी डॉ अमिताभ सिन्हा तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।