पटना

मुजफ्फरपुर: राजस्व वसूली के लक्ष्य हासिल करना शत प्रतिशत सुनिश्चित करें: मनीष


समीक्षात्मक बैठक में बोले आयुक्त कोताही किसी हाल में बर्दाश्त नहीं की जायेगी 

मुजफ्फरपुर। प्रमंडलीय आयुक्त तिरहुत प्रमंडल मनीष कुमार ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रमंडल के सभी जिला समाहर्ता-सह-जिलाधिकारी के साथ राजस्व एवं आंतरिक संसाधन से सम्बंधित समीक्षा बैठक की।

समीक्षा के क्रम में उन्होंने  प्रमंडल के सभी जिलों के जिला समाहर्ता को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्व वसूली के कार्य को गति देते हुए निर्धारित अवधि के अंदर शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करना सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए सभी समाहर्ता  अभियान चलाकर निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति करें। उन्होंने सभी समाहर्ता को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि राजस्व वसूली में कोताही किसी भी सूरत में  बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

राजस्व वसूली से संबंधित मुख्य विभागों की साप्ताहिक समीक्षा से सम्बंधित कार्य को गति दें। साथ ही  राजस्व वसूली के क्रम में कोताही बरतने वाले अधिकारियों पर जिम्मेदारी भी तय करें। प्रमंडलीय आयुक्त ने ऑनलाइन दाखिल खारिज, भू-लगान वसूली, अभियान बसेरा, ऑपरेशन भूमि दखल देहानी, भूअर्जन, भूमि विवाद, नीलाम पत्र वाद की स्थिति, अतिक्रमण, सैरात की बंदोबस्ती वसूली आदि की समीक्षा की।

समीक्षा के क्रम में प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि भू लगान की वसूली लक्ष्य के अनुरूप करें। इसे लेकर कोई बहानेबाजी नहीं चलेगी बल्कि जिला समाहर्ता इसका सतत अनुश्रवण करते हुए लगान वसूली के कार्य को गति दे। वैसे राजस्व कर्मचारी को चिन्हित कर करवाई करना सुनिश्चित करें जिनके द्वारा लापरवाही/ कोताही बरती जा रही है।

बेदखल परिवारों को दखल दिहानी के तहत दखल दिलाया जाए। वास विहीन को वास की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। दाखिल खारिज के लंबित मामलों के निष्पादन में तेजी लाएं।

दाखिल खारिज के मामलों की समीक्षा के क्रम में बताया गया कि मुजफ्फरपुर की उपलब्धि 76.22%, सीतामढ़ी 75%, बेतिया 72.55% ,मोतिहारी 76.47% ,वैशाली 83% शिवहर 73% है। आयुक्त महोदय ने सख्त निर्देश दिया कि दाखिल खारिज के लंबित मामलों का निष्पादन त्वरित गति से करना सुनिश्चित की जाए।

आयुक्त महोदय द्वारा बारी-बारी से ऑपरेशन भूमि दखल दिहानी, सैरातो की बन्दोबस्ती, लोक भूमि अतिक्रमण, ऑनलाइन दाखिल खारिज एवं अभियान बसेरा से संबंधित उपलब्धियों की समीक्षा की गई एवं निर्देश दिया गया कि निर्धारित अवधि के अंदर तय लक्ष्य की प्राप्ति करना सुनिश्चित करें।

इसके अतिरिक्त भू अर्जन, भूमि विवाद, नीलम पत्र वादों की अद्यतन स्थिति, अतिक्रमण, सैरातो की बन्दोबस्ती एवं भू अभिलेख का कंप्यूटरीकरण की भी समीक्षा की गई

आंतरिक संसाधन के समीक्षा के क्रम में परिवहन विभाग, भूमि विकास बैंक, विद्युत, सहकारिता, राष्ट्रीय बचत, खनन, वाणिज्य कर, निबंधन माप-तोल, इत्यादि विभागों की समीक्षा की गई।

सभी विभागों को निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध राजस्व वसूली का सख्त निर्देश दिया गया। निर्देश दिया कि अगली बैठक तक वसूली के मामले में तेजी लाया जाए। यदि इसमें लापरवाही परिलक्षित होती है तो संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई करें। उन्होंने सभी समाहर्ता को निर्देश दिया कि जिन क्षेत्रों में वसूली कम हुई है इसके लिए अभियान चलाने की जरूरत है।

उपनिदेशक माप -तोल  को निर्देश देते हुए आयुक्त ने कहा कि माप- तोल उपकरण एवं बाट-बट खरे को दोषपूर्ण होने की शिकायत मिलती रहती है। टीम बनाकर इस की सघन जांच कराए ताकि उपभोक्ता को सही माप-तोल से सामान मिल सके। टीम बनाकर पीडीएस दुकानों का  सत्यापन,पेट्रोल पंप का जांच प्रतिवेदेन भी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

परिवहन विभाग की समीक्षा के क्रम में आयुक्त ने निर्देश दिया कि बगैर परमिट, निबंधन ओवरलोड एवं यात्री सुविधा को लेकर सघन अभियान चलाई जाए। सड़क सुरक्षा मानकों का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने कहा कि सभी परिवहन पदाधिकारी एवं खनन विभाग के पदाधिकारी क्षेत्र भ्रमण कर आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।

नीलाम पत्र वाद की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई। लंबित वादों के निष्पादन करते हुए राशि की वसूली करने का निर्देश दिया गया।

इस दौरान उन्होंने सभी विभाग के पदाधिकारियों को राजस्व संग्रहण का लक्ष्य हर हाल में प्राप्त करने के लिए कार्य करने का निर्देश दिया। आयुक्त ने कहा कि इसके लिए मार्च तक इंतजार नहीं करें। साथ ही प्रमंडलीय आयुक्त मनीष कुमार ने प्रमंडल स्तरीय सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे  जिलों में जाएं और किए जा रहे कार्यों का समीक्षा करें।

बैठक में अपर समाहर्ता राजस्व राजेश कुमार, आर टी वो वरुण कुमार, उप निदेशक जनसम्पर्क कमल सिंह के साथ प्रमंडल स्तरीय विभिन्न विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।