समय से योजनाओं के क्रियान्वयन का दिया निर्देश
मुजफ्फरपुर। बिहार के मंत्री पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग बिहार-सह-प्रभारी मंत्री मुजफ्फरपुर मुकेश सहनी की अध्यक्षता में गुरुवार को जल-जमाव एवं स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से संबंधित समीक्षात्मक बैठक की गई। उक्त बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में आहूत की गई। बैठक में नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय के द्वारा पीपीटी के माध्यम से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत चल रही विभिन्न योजनाओं की अद्यतन स्थिति की जानकारी मुहैया कराई गई।
माननीय मंत्री जी ने निर्देश दिया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंदर चल रही विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन स-समय करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पूर्व में ही इसमें विलंब हो चुका है। अतः अंतर विभागीय समन्वय स्थापित करते हुए तीव्र गति से योजनाओं का क्रियान्वयन करना सुनिश्चित करें ताकि आम जनता को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत चल रही योजनाओं की समीक्षा प्रत्येक दो माह पर की जाएगी। कहा कि किसी भी सूरत में विलंब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। माननीय मंत्री जी द्वारा प्रत्येक योजना की बिंदुवार समीक्षा की गई एवं उनके क्रियान्वयन की दिशा में आवश्यक निर्देश दिए गए।
बैठक में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के पदाधिकारियों द्वारा बताया गया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत शामिल 100 शहरों में मुजफ्फरपुर फिलहाल 82वें पोजीशन पर है। पिछले 3 माह में स्थिति में अपेक्षित सुधार हुआ है। कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की गई हैं एवं उन पर कार्य तेजी से चल रहा है। स्मार्ट सिटी से संबंधित अधिकारियों द्वारा स्मार्ट रोड प्रोजेक्ट, आईसीसीसी बिल्डिंग प्रोजेक्ट, आईसीसीसी प्रोजेक्ट सिकंदरपुर स्टेडियम का जीर्णोद्धार कार्य मल्टीपर्पस स्पोर्ट्स कंपलेक्स का निर्माण, जंक्शन इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट, स्मार्ट मिनी बस शेड्स, फेस लिफ्टिंग प्रोजेक्ट, पब्लिक अवेयरनेस कैंपेन एंड वर्कशॉप सोशल अवेयरनेस, पार्क विकास योजना, इंटीग्रेटेड बस टर्मिनल,प्रोजेक्ट ,सीवरेज एंड स्ट्रॉम वाटर ,लेक फ़्रन्ट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट तथा अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन की अद्धतन स्थिति की जानकारी दी गई।
प्रभारी मंत्री के द्वारा बरसात के महीनों में उत्पन्न जलजमाव की स्थिति के निराकरण की दिशा में समीक्षात्मक बैठक की गई। बैठक में नगर आयुक्त के द्वारा मौजूदा ड्रेनेज नेटवर्क का विवरण, शहर में जल जमाव -जल निकासी एवं नाले की समस्या और समाधान को लेकर विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई। उनके द्वारा बताया गया कि निगम क्षेत्र में नालियों की लंबाई लगभग 137.17 किलोमीटर है जिसमें पक्का ओपन ड्रेन्स116.55 किलोमीटर, पक्का कवर्ड ड्रेन्स 9.36 कच्चा ओपन ड्रेन्स11.26 KM है। इसके साथ ही शहर में जल जमाव के जो मुख्य स्थान हैं उसके बारे में भी जानकारी दी गई।
मंत्री ने निर्देश दिया कि शहर में जल जमाव की समस्या के निराकरण की दिशा में प्रभावी कार्य करना सुनिश्चित करें। विभिन्न विभागों यथा- रेलवे एवं एनएचएआई से समन्वय स्थापित करते हुए जो भी तकनीकी बाधाएं हैं उसे शीघ्र दूर करते हुए उक्त समस्या के समाधान की दिशा में त्वरित कार्रवाई करें। रेलवे और एनएचएआई से समन्वय स्थापित करें ताकि नालियों की रेलवे क्रॉसिंग और एनएच क्रासिंग पर उत्पन्न समस्याओं का समाधान हो सके।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक साल जल-जमाव की गंभीर स्थिति उत्पन्न होती है जिससे आमजन कठिनाइयों से रूबरू होते हैं। अतः इसकी गंभीरता को देखते हुए जलजमाव के निराकरण से संबंधित जो भी महत्वपूर्ण योजनाएं हैं उनका क्रियान्वयन पूरी गंभीरता एवं पारदर्शिता के साथ करना सुनिश्चित करें। विलंब करने पर संबंधित पर जवाबदेही तय की जाएगी। कार्य को रफ्तार दे ताकि अगले बरसात के पूर्व लोगों को समस्याओं से दो-चार न होना पड़े।
बुडको के कार्यपालक अभियंता के द्वारा बताया गया की अगली बारिश तक 60 प्रतिशत समस्याओं का समाधान होने की उम्मीद है। एसडब्ल्यूडी और एसटीपी मुजफ्फरपुर योजना के बारे में बताया गया है कि उक्त योजना अंतर्गत वर्तमान में मिठनपुरा तिरहुत कैनाल भाग एवं कच्ची पक्की भाग में नाली निर्माण कार्य प्रगति पर है। लगभग 16 मीटर नाली,दो अदद पुलिया निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है ।आगामी मानसून से पूर्व दोनों भागों में नाली निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा। कल्याणी फरदो भाग में विभाग में खबड़ा फरदो से दामू चक रेलवे कलवर्ट तक नाली निर्माण का लक्ष्य है।
मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी के तहत ड्रेनेज निर्माण योजना की जानकारी दी गई। बताया गया कि एबी डी क्षेत्र में नालों के क्षमता वर्धन के लिए 37 किलोमीटर नाला का निर्माण प्रस्तावित है जिसमें लगभग 3 किलोमीटर नाला निर्माण का कार्य हो चुका है और आगे का कार्य प्रगति पर है। एबीडी क्षेत्र में 15 एमएलडी एसटीपी का निर्माण प्रस्तावित है। बैठक में नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय, उप विकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी, नगर निगम के पदाधिकारी, तजनिकी विभागों के पदाधिकारियों के साथ विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।