पटना

बिहारशरीफ: उच्च विद्यालयों में अवस्थित लैब का उपयोग कर सकेंगे बच्चे


डीएम ने बैठक में अधिकारियों को दिया निर्देश लैब में प्रयोग करते बच्चों की फोटो शेयर करें

बिहारशरीफ। शिक्षक नियोजन का अनुमंडल स्तर पर कराये गये जांच प्रतिवेदन में संदिग्ध पाये गये अभ्यर्थियों के विरुद्ध जिलाधिकारी ने कार्रवाई करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने योजनाओं के लंबित एसी-डीसी को शीघ्र निष्पादित कर विभाग को भेजने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी उच्च विद्यालयों में अवस्थित लैब का उपयोग बच्चों के बीच कराने तथा इसका फोटो उपलब्ध कराने को कहा। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि सभी विद्यालयों में प्रायोगिक सामग्री है। इसका सदुपयोग होना चाहिए। बच्चों को इसका ज्ञान जरूर दें।

जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को प्रतिमाह पांच-पांच कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का निरीक्षण कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। साथ हीं जल जीवन हरियाली के तहत आच्छादित विद्यालयों का भौतिक जांच कर वेबसाइट पर अपलोड नहीं किये जाने के मामले में सहायक अभियंताओं का वेतन रोकने का निर्देश दिया।

बैठक में डीएम ने पाया कि 95 प्राथमिक एवं 26 माध्यमिक विद्यालयों के अतिक्रमित भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने हेतु पहल की आवश्यकता है, जिसपर उन्होंने जिला राजस्व पदाधिकारी को त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इसके साथ हीं 288 माध्यमिक विद्यालयों में से 203 विद्यालयों में प्रबंध समिति गठन होने की जानकारी दी गयी। डीएम  ने शेष 85 विद्यालयों में अविलंब प्रबंध समिति गठन करने का निर्देश दिया। विद्यालयों के निरीक्षण में अच्छे एवं खराब पाये गये विद्यालयों के संबंध में अभ्युक्ति कॉलम में उल्लेख करने का निर्देश दिया गया।

जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मध्याह्न भोजन द्वारा बताया गया कि एचडीएफसी बैंक में खाता खोलने में मैपिंग कार्य में विलंब हो रहा है। इस पर डीएम ने उनका वेतन स्थगित कर दिया और तुरंत खाता खोलवाने को कहा। डीएम ने शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों को विद्यालय के निरीक्षण के क्रम में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर नजर रखने की हिदायत दी और कहा कि इसमें कोई कोताही नहीं होनी चाहिए।