राजगीर (नालंदा) (आससे)। आचार्य श्री चंदनाश्रीजी के 85 वें जन्मोत्सव के उपलक्ष में तीन दिवसीय निःशुल्क नेत्र शिविर का शुभारम्भ बिहार के पूर्व मंत्री एवं नालंदा के लोकप्रिय विधायक श्रवण कुमार, राजगीर के विधायक कौशल किशोर एवं वरीय उपसमाहर्ता, नालंदा ने संयुक्त रुप से द्धीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर श्रवन कुमार ने कहा कि मनुष्य की सेवा से बढ़कर इस दुनिया में कोई चीज नहीं है। उन्होंने कहा कि मानव सेवा करना ही सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है। श्री कुमार ने कहा कि विरायतन संस्थान की संस्थापिका आचार्य श्री चंदनाजी के द्वारा निरंतर प्रयास से आज सभी समाज वर्ग के लोगों को बेहतर इलाईज किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को आचार्य चंदना श्री जी का जन्मोत्सव धूमधाम से तो मनाया जाता ही है, साथ ही साथ इस आयोजन पर आंऽ से पीड़ित लाचार एवं गरीब परिवारों को निशुल्क लेंस लगाकर रोशनी देने का काम किया जा रहा है, जो काफी प्रशंसनीय कार्य है। इस तरह के कार्य हर इंसान को अपनी क्षमता के अनुसार करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने लिए तो सब लोग जीते हैं, परंतु दूसरों को सेवा कर मन में जो शांति वह सुकून महसूस होती है वह अलग ही बात है।
श्रवण कुमार ने कहा की हम सभी नालंदा एवं बिहार की जनता चाहते है कि आचार्य चंदनाजी दीर्घायु हों और इसी तरह से यहाँ गरीबों एवं लाचारों की सेवा होती रहे। उन्होंने बिहार सरकार की तरफ से आश्वस्त किया कि वीरायतन की सेवा कार्य को सरकार का हमेशा सहयोग प्राप्त होता रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि यह इनकी महानता है कि ये संसाधन बाहर से जुटातें हैं और सेवा बिहार की जनता का होता है उन्होंने कहा कि जैसा यहाँ पर स्वछता का ध्यान रखा जाता है वैसा ही अपने घर और गाँव को भी स्वच्छ रखें।
सभी आगंतुकों ने चल रहे कैंप का निरीक्षण किया और यहाँ की व्यवस्था देखकर काफी खुश हुए। यहाँ कि सारी व्यवस्था कोरोना से बचने की सुरक्षात्मक तरीको को ध्यान में रखते हुए किया गया है। राजगीर के युवा विधायक कौशल किशोर ने आचार्यश्री चंदना जी को जन्मदिन की बधाई दी और वीरायतन द्वारा किये जा रहे समाज सेवा के कार्यों को सराहा वरीय उपसमाहर्ता नवीन कुमार पाण्डेय ने कहा की मैं वीरायतन के बारे में जानता तो पहले से ही था पर इस पुनीत अवसर पर आने का सौभाग्य पहली बार मिला।
आचार्यश्री चंदनाश्री जी ने कहा है मैं चाहे देश-दुनिया के किसी भी कोने पर मेरा दिल बिहार में बसता है। मुझे हमेशा ऐसा लगता है की बिहार के लिए मैं और क्या कर सकती हूँ। साथ ही उन्होंने शाकाहार का सन्देश देते हुए यह भी कहा कि आज मैं 85 वर्ष की हो गई हूँ फिर भी लगातार 8-10 घंटे आज भी काम करती हूँ। उन्होंने लोगों से अपील की कि शाकाहारी बनिये जीव-जंतुओं पर दया करिए आखिर उन्हें भी जीने का हक है।
विरायतन प्रबंधक अंजनी कुमार ने बताया कि इस वर्ष 4000 निशुल्क ऑपरेशन का लक्ष्य रखा गया है जो कि इसी तरह प्रत्येक महीने के अंतिम सप्ताह में किया जाता रहेगा। कल जिन 146 मोतियाबिंद मरीजों का ऑपरेशन लेंस के साथ किया गया था उन्हें आज दवा, चश्मा एवं उपहार स्वरूप कमल साड़ी, लूंगी, शर्ट, बर्तन एवं ऽदान सामग्री देकर विदा किया गया।
इस अवसर पर साध्वी श्री साधनाजी, उपाध्याय साध्वी श्री यशाजी, साध्वी श्री चेतनजी, साध्वी शिलापी जी, डॉ. साध्वी श्री सम्प्रज्ञा जी, साध्वी श्री संघमित्र जी, साध्वी श्री रोहिणी जी, साध्वी श्री शाश्वत जी, साध्वी श्री दिव्या जी एवं पालीताना से पधारी सुश्री सुचेता दोशी और राजगीर के कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।