जनरल बिपिन रावत का बयान वायुसेना चीफ राकेश भदौरिया को इस कदर चुभ गया कि उन्होंने रावत के बयान को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि इंडियन एयरफोर्स इंडियन आर्मी की सपोर्ट आर्म नहीं है. उन्होंने कहा कि एयरफोर्स की ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह ग्राउंड फोर्सेज से पहले जाकर किसी भी प्रकार के खतरे को कम करती है. उन्होंने कहा कि इंडियन एयर फोर्स थल सेना को सपोर्ट नहीं करती बल्कि युद्ध की स्थिति में सेना की अगुवाई करती है.
जनरल रावत की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर, एयर चीफ मार्शल ने कहा, यह अकेले सहायक भूमिका नहीं है. किसी भी एकीकृत युद्ध भूमिका में वायु शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका होती है. उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना एकीकृत थिएटर कमान की प्रस्तावित स्थापना के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. योजना के अनुसार, थिएटर कमान में सेना, नौसेना और वायु सेना की इकाइयां होंगी और ये सभी एक ऑपरेशन कमांडर के तहत एक निर्दिष्ट भौगोलिक क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के वास्ते एक इकाई के रूप में काम करेंगी.वर्तमान में थल सेना, नौसेना और वायुसेना के पास अलग-अलग कमान हैं.