पटना

वाल्मीकिनगर में 21 को नीतीश कैबिनेट की बैठक


पटना/बेतिया (आससे)। बिहार के साथ-साथ देश और विदेश के पर्यटकों के लिए आकर्षण के बड़े केंद्र के तौर पर चर्चित नेपाल और भारत के बॉर्डर पर स्थित वाल्मीकि नगर में बिहार कैबिनेट की इस साल की अंतिम बैठक होने वाली है। यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार साल के अंत में अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक करने वाले हैं। इसे लेकर पश्चिम चंपारण जिला प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। मिली जानकारी के अनुसार बिहार कैबिनेट की बैठक 21 दिसंबर मंगलवार को नीतीश कुमार की अध्यक्षता में 1।30 में शुरू होगी जिसमें नीतीश कैबिनेट के तमाम मंत्री भाग लेंगे।

दरअसल वाल्मीकि नगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिल के बेहद करीब रहा है। एक समय था जब वल्मीकिनगर तमाम प्राकृतिक संसाधनों के बावजूद विकास से दूर था, लेकिन जब नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने तो पश्चिमी चंपारण के दौरे पर जाने के बाद उन्होंने वल्मीकिनगर की खूबसूरती को देखा और उन्होंने तय कर लिया कि वाल्मीकिनगर को एक बड़े पर्यटक स्थल के तौर पर विकसित किया जाएगा। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वाल्मीकिनगर में विकास के कार्य तेज किए जाएं।बता दें कि वाल्मीकिनगर की पहचान केवल धार्मिक वजहों से ही नहीं है। बल्कि वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व के कारण भी लोगों के आकर्षण का केंद्र है।

यहां पर्यटकों के ठहरने के लिए जंगल में आकर्षक कमरे बनाए गए, गेस्ट हाउस का निर्माण कराया गया साथ ही वल्मीकिनगर में जंगल सफारी का इंतजाम किया गया, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का सबसे बड़ा केंद्र है। साथ ही इको टूरिज्म को भी बढ़ावा दिया गया। इसके साथ हिमालय नदी के किनारे गंडक नदी और बगल में नारायणी घाट है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जहां गज और ग्राह का युद्ध हुआ था, वो भी आकर्षण का बड़ा केंद्र है। इसके अलावा वाल्मिकी आश्रम भी मौजूद है। जहां किंवदवंती है कि माता सीता ने समाधि ली थी और यहीं लव-कुश का जन्म हुआ था। इसके अलावा भी कई धार्मिक स्थल हैं।

गौरतलब है कि समय-समय पर नीतीश कुमार वाल्मीकिनगर जाते रहते हैं और विकास के कार्यों को भी देखते है। इसकी समीक्षा करते हैं और और कुछ कमियां रहती हैं तो अधिकारियों को निर्देश दे उसे दूर करवाते हैं। नीतीश कुमार ने हाल में ही वाल्मीकिनगर में 500 सीटों वाली बहुद्देश्यीय सभागार और 102 कमरों का अतिथि गृह का निर्माण भी करवाने का निर्देश दिया है। इसके बन जाने के बाद वाल्मीकिनगर का महत्व और भी बढ़ जाएगा और पर्यटकों के लिए और भी आकर्षण का केंद्र बन जाएगा। बहरहाल अब सबकी नजरें इस बात पर भी टिकी हैं कि वाल्मिकीनगर कैबिनेट बैठक से क्या कुछ बड़ा फैसला भी सामने आ सकता है?