भारत भारती परिषद द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ में गुरुवार को सातवें दिन श्रीमद्प्रभुचरण गोसाई श्री वि_लनाथजी का प्राकट्य उत्सव धूमधाम से मनाया गया। श्री वि_लनाथजी गोसाई जी ने पुष्टिमार्ग को राष्ट्रव्यापी स्वरूप प्रदान करते हुए विस्तारित किया। भगवान श्रीनाथजी के साथ उनका इतना प्रेम था कि स्वयं श्रीनाथ जी ने उनका जन्मोत्सव सभी भक्तों के साथ जलेबी अरोग कर मनाया, इसलिए गोसाई के इस तत्व को जलेबी उत्सव भी कहा जाता है, पुष्टिमार्ग में उत्सव 2 दिन मनाया जाता है, दित्तीय दिवस नंद महोत्सव का भव्य आयोजन होता है, अग्रवाल भवन में चल रही भागवत कथा के अंतर्गत श्री गुसाईं जी के उत्सव के साथ-साथ भगवान द्वारकाधीश के १६१०८ विवाह यदुवंश की वृद्धि ,सुदामा चरित्र भगवान श्रीकृष्ण द्वारा श्री उद्धव जी को परमतत्व का उपदेश कराते हुए श्री सुखदेव जी की विदाई एवं महाराज परीक्षित की मोक्ष के साथ भावभीनी श्री भागवत कथा की पूर्णाहुति गुरुवार को सायंकाल हुई। अनेक महानुभाव उपस्थित रहे तथा प्रांगण में श्री गणेश नारायण, आचार्य श्रीदत्त शास्त्री, पंडित दिनेश शुक्ला, पंडित कृष्ण कुमार चतुर्वेदी, मथुरा, आचार्य श्री माधव जनार्दन रटाटे, पंडित श्री अभिषेक पाठक आदि विद्वानों की उपस्थिति सराहनीय रही। भारत भारती परिषद के अध्यक्ष अशोक बल्लभदास अग्रवाल ने संस्था की ओर से सभी विद्वानों का अंग वस्त्रम एवं दक्षिणा प्रदान कर अभिनंदन किया। मुख्य मनोरथी दिनेश यादव ने अपने परिवार सहित श्रीमद्भागवत की आरती की कथा के मुख्य संयोजक दीपक अग्रवाल द्वारा सभी भक्तजन एवं वैष्णव जन का अभिनंदन एवं स्वागत किया गया। कार्यक्रम के संयोजन में श्री अशोक जी अग्रवाल, श्री संतोष जी अग्रवाल, श्री राकेश तिवारी जी,डॉ अजीत सहगल, डाक्टर एस एस गांगुली, राजकृष्ण,अनुराग टंडन, रविशंकर सिंह, संजय अग्रवाल, राजादरवाजा, संजय अग्रवाल, गिरिराज, ललित अग्रवाल आदि का सहयोग रहा।