गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफे के बाद भी नहीं सुधरे हालात
बता दें कि श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने देश छोड़कर सिंगापुर भाग जाने के बाद इस्तीफे दे दिया था। जिसके बाद से कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे देश की कमान संभाल रहे हैं। गोटाबाया के इस्तीफा देने की वजह हजारों प्रदर्शनकारी थे जिन्होंने राजधानी कोलंबो में उनके आधिकारिक आवास पर धावा बोल दिया था। विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने गोटाबाया का इस्तीफा मांगते हुए उनके सरकारी आवास पर भी कब्जा कर लिया था। हालांकि इस्तीफा देने के बाद भी वहां के हालात में कोई सुधार नहीं दिख रहा है।
मंगलवार को नए राष्ट्रपति का नामांकन
गोरतलब है कि श्रीलंकाई संसद ने घोषणा की है कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन मंगलवार को होंगे और श्रीलंका के नए राष्ट्रपति का चुनाव 20 जुलाई को होगा। यह ध्यान रखना दिलचस्प है कि मुख्य विपक्षी नेता साजिथ प्रेमदासा राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। श्रीलंका का राष्ट्रपति चुनाव जीतने के परिदृश्य को एक “कठिन काम” बताते हुए, प्रेमदासा ने शुक्रवार को कहा कि वह चुनाव लड़ेंगे क्योंकि उन्हें विश्वास है कि सच्चाई की जीत होगी।