कोविड वैक्सिन को सुरक्षित रखने में मिलेगी मदद
छपरा। देश में कोविड-19 का टीकाकरण जारी है। इस टीका को चौबीस घंटे वातानुकूलित मशीन में रखने की आवश्यकता होती है। इसके लिए निर्बाध विद्युत आपूर्ति अनिवार्य है। आमतौर पर देखा गया है कि छोटी-मोटी गड़बड़ी से विद्युत आपूर्ति बाधित होने के कारण अस्पतालों में चिकित्सा सुविधा बाधित हो जाती है। अपने परिभ्रमण के दौरान स्थानीय सांसद सह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रुडी ने इसे शिद्दत से महसूस किया। उसके पश्चात उन्होंने विद्युत विभाग से बात कर जिला अस्पताल के लिए एक अलग फि़डर की भी व्यवस्था कराई है जिसकी शुरूआत शीघ्र ही होगी।
इसके अलावा छोटे स्वास्थ्य केंद्र से लेकर जिला अस्पताल तक, सभी अस्पतालों के लिए एक-एक विशेष ट्रांसफ़ार्मर की व्यवस्था स्थानीय स्तर पर कराई जायेगी। इसके लिए जिले के सभी पीएचसी में एक-एक ट्रांसफ़ार्मर और जिला अस्पताल के लिए एक अलग फि़डर की व्यवस्था हो रही है। इस संदर्भ में सांसद रुडी ने कहा कि इससे कोविड वैक्सीन के साथ ही अन्य टीकों को चौबीस घंटे बिजली मिलने के कारण उसे निर्धारित तापमान पर रखने में सुविधा मिलेगी साथ ही अस्पतालों में सालो भर निर्बाध विद्युत आपूर्ति चिकित्सा सुविधा में सहयोगी साबित होगा।
उन्होंने बताया कि देश में कोविड का टीकाकरण चल रहा है। कोविड वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए चौबीस घंटे बिजली की आवश्यकता होती है। परन्तु कभी-कभी तकनीकी खामी के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित हो जाती है जिससे वैक्सीन के खराब होने का डर होता है। इसी के मद्देनजर यह त्वरित पहल की जा रही है जिसमें जिला के सभी पीएचसी में अलग ट्रांसफ़ार्मर और जिला अस्पताल के लिए अलग से फि़डर की व्यवस्था की है।
सांसद ने बताया कि मनुष्य की भोजन, वस्त्र और आवास के बाद जो सबसे पहली प्राथमिकता है वो स्वास्थ्य की है और प्रत्येक व्यक्ति को स्वस्थ रहना उसका मौलिक अधिकार है। विद्युत आपूर्ति बाधित होने के कारण उनके इस अधिकार का हनन न हो इसलिए निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान टीकाकरण के अलावा कई चिकित्सकीय उपकरण बिजली से ही चलते है। एक्सरे या अल्ट्रासाउंड या अन्य चिकित्सा संबंधी कई उपकरणों के काम नहीं करने की समस्या मरीजों को झेलनी पड़ती थी।
अब इस समस्या का निदान हो जायेगा। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी की सेवाएं व कई ऐसे चिकित्सकीय उपकरण है जिनका उपयोग बिजली बाधित होने से नहीं हो पाता था। अब निर्बाध बिजली मिलने से सही ढंग से काम करेंगी। सभी आवश्यक चिकित्सकीय उपकरण जो पहले ठप हो जाते थे। अब सही ढंग से काम करेंगे और बिजली गुल होने से फ्रीज में रखी जाने वाली दवाएं भी खराब होने की समस्या भी अब नहीं आयेगी।