नई दिल्ली, । संजय राउत ने अपने सामना मुखपत्र में केंद्र सरकार और भाजपा पर जमकर तंज कसा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर राष्ट्रीय तंत्रों पर कब्जा करने का आरोप लगाया। उन्होंने पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक की तुलना रूस के ‘वैगनर ग्रुप’ से की है।
उन्होंने कहा कि जैसे पुतिन के खिलाफ उसके प्राइवेट आर्मी ने मोर्चा खोल दिया, वैसे ही यहां पीएम मोदी की सत्ता को चुनौती देनेवाला लोकतंत्र के रक्षक ‘वैगनर ग्रुप’ एक साथ आया है।
‘पुतिन के खिलाफ बगावत, मोदी सरकार के लिए सीख’
संजय राउत ने सामना में कहा कि पुतिन द्वारा अपनी सुविधा के लिए तैयार किए गए ‘वैगनर ग्रुप’ ने ही पुतिन के खिलाफ बगावत कर दिया। उन्होंने कहा कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन की तानाशाह सरकार के शासन को उलटकर रूस में तख्तापलट करने के लिए पुतिन की ये प्राइवेट आर्मी ही सड़क पर उतर आई।
उद्धव ठाकरे के मुखपत्र में कहा गया
भारत में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। भाजपा ने सत्ता को बरकरार रखने के लिए कई भाड़े के लोगों को अपने आस-पास रक्षक बनाकर खड़ा किया है। कल यही लोग सबसे पहले मोदी-शाह की पीठ पर वार करेंगे और सड़क पर उतरेंगे।
‘पुतिन की तरह ही पीएम मोदी को भी जाना होगा’
बता दें कि पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक को भाजपा ने फोटोसेशन बताया था, जिसपर सामना में तंज कसा गया है। सामना में कहा गया कि अगर हम ये भी मान लें कि पटना में विपक्षी दल फोटो खिंचाने के लिए जुटे थे, तो कल तक भाजपा के नेता कहते थे कि अबकी बार 400 के पार, एक बैठक के बाद अब गृह मंत्री शाह कह रहे हैं हम 300 सीटें जीतेंगे।
सामना में लिखा गया
2024 लोकसभा चुनाव में क्या परिणाम आएगा, इसका फैसला ईवीएम नहीं, जनता करेगी। यह ग्रुप किराए का नहीं है। पुतिन की तरह ही पीएम मोदी को भी जाना होगा, लेकिन उन्हें लोकतांत्रिक तरीके से हटाया जाएगा।
सामना ने विपक्षी दल को बताया ‘वैगनर ग्रुप’
उन्होंने लिखा कि पीएम मोदी की सत्ता को चुनौती देने और लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए ‘वैगनर ग्रुप’ एक साथ आया है। उन्होंने कहा कि भारत की सत्ता अहिंसक ‘वैगनर’ ग्रुप ही पलटेगी और वह रास्ता मतपेटी है।
बता दें कि रूस में पुतिन की प्राइवेट आर्मी ने देश में तख्तपलट का एलान कर दिया था, लेकिन बेलारूस के हस्तक्षेप के बाद वैगनर ग्रुप पीछे हट गए।