- गुजरात में इन दिनों आम आदमी पार्टी के कार्यालय में एक ‘बेसुध’ कार्यकर्ता की फोटो वायरल है. पार्टी कार्यालय में सोफे पर पैर फैलाकर जमीन पर लेटे कार्यकर्ता की तस्वीर बीजेपी के कई स्थानीय नेताओं के सोशल मीडिया पेज पर देखा जा रहा है. आम आदमी पार्टी ने जब इस तस्वीर की तफ्तीश की और बात पुलिस तक पहुंची तो मामला उल्टा पड़ गया और बीजेपी को माफी मांगनी पड़ी.
दरअसल यह तस्वीर गुजरात के सूरत शहर के गोपीपुरा इलाके में स्थित आम आदमी पार्टी कार्यालय की बताई जा रही है. इसमें एक व्यक्ति कार्यालय के भीतर सोफे पर पैर फैलाकर जमीन पर लेटा नजर आ रहा है. तस्वीर को बीजेपी के कई स्थानीय नेताओं की सोशल मीडिया वॉल पर देखा जा रहा है. सूरत से वार्ड नम्बर 21 के पार्षद वृजेश उंडकट ने भी इस तस्वीर को पोस्ट करते हुए लिखा है कि गोपीपुरा काजी मैदान के पास नए आप कार्यालय में 6.45 के बाद का नजारा. इस पोस्ट पर लोगों ने आम आदमी पार्टी को लेकर कई कमेंट्स किए.
इस पोस्ट के पीछे यह बताने की कोशिश हुई है कि आम आदमी पार्टी कार्यालय में 6.45 के बाद कार्यकर्ता शराब के नशे में धुत होकर कार्यालय में पड़ा है. तस्वीर के जरिये आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा जाने लगा, लेकिन तस्वीर वायरल होने के बाद आप नेताओं ने जब इसकी तफ्तीश की तो मामला कुछ और ही निकला. जिस तस्वीर को भाजपा नेता आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता का बताकर खिल्ली उड़ा रहे थे, वह आम आदमी पार्टी का नहीं, बल्कि भाजपा का ही कार्यकर्ता निकला.
CCTV फुटेज से सामने आई सच्चाई
दरअसल, सूरत के गोपीपुरा इलाके में जहां आम आदमी पार्टी का कार्यालय है उसके ठीक सामने भाजपा का भी कार्यालय है. सीसीटीवी फुटेज के जरिए सामने आया है कि गोपीपुरा इलाके में बीजेपी कार्यालय के सामने मौजूद आम आदमी पार्टी कार्यालय में भाजपा कार्यकर्ता हिमांशु मेहता शराब के नशे में जाकर लेट जाता है और दूसरा कार्यकर्ता जयराज साहूकार उसकी तस्वीर खींचकर बीजेपी के अलग-अलग वॉट्सऐप ग्रुप में भेज देता है.
तस्वीर वायरल होती है तो आम आदमी पार्टी के लोग इसकी सच्चाई तलाशते है. बात पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करवाने तक पहुंचती है. इसके बाद बीजेपी नेता प्रशांत बरोट की ओर से लिखित माफीनामा करवाया गया, जिसके बाद मामले की शिकायत नहीं की गई.