पटना

पटना एवं सारण प्रमंडल के नगर निकायों की योजनाओं की डिप्टी सीएम ने की समीक्षात्मक बैठक


पटना। अधिवेशन भवन में पटना एवं सारण प्रमंडल के 49 नगर निकायों की योजनाओं और कार्यों की समीक्षात्मक बैठक हुई। उपमुख्यमंत्री-सह-नगर विकास एवं आवास मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने नगर निकायों के जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक की। इस मौके पर पटना और सारण प्रमंडल के 49 नगर निकायों के सभी अधिकारी, पदाधिकारी मेयर, उपमेयर मौजूद रहे।

डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि नगर विकास एवं आवास विभाग राज्य के शहरों को बेहतर बनाने की दिशा में निरंतर प्रयत्नशील है। अब तक पूर्णिया, कोशी, तिरहुत, दरभंगा, भागलपुर प्रमंडल के साथ पटना और सारण प्रमंडल के साथ की बैठकें हो चुकी है। अब मुंगेर और मगध प्रमंडल की बैठकें होंगी। इसके बाद सभी बैठकों में लिए गए फैसलों की दोबारा समीक्षा होगी। प्रमंडलीय समीक्षात्मक बैठक के सुझावों को बजटीय प्रावधानों में शामिल किया जाएगा।

उन्होंने पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हर नगर निकाय में नाला साफ रहे और सडकों की रोज सफाई हो तो लोगों को लगता है कि हम बेहतर काम कर रहे हैं। इस कारण हर नगर निकाय इसे सर्वोच्च प्राथमिकता देकर काम करे। अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ बेहतर संबंध रखें। निकायों में हर खरीददारी जेम पोर्टल से ही करें और जितनी आवश्यकता हो उतनी ही मशीनों या संसाधनों की खरीद करें। इसमें मानव संसाधनों के अनुपात का ख्याल करें। शहरों में वेंडिंग जोन बनाएं और ज्यादा से ज्यादा पीएम स्वनिधि योजना का लाभ लोगों को दें ताकि वे अपने छोटे व्यवसाय को बेहतर कर सकें।

शहरों की समस्याओं को खत्म करने के लिए हम सदैव प्रयत्नशील हैं। हर नगर निकाय में  प्रमंडलवार नोडल पदाधिकारी भी नियुक्त हुए हैं जो अब प्रमंडलों में जाकर नगर निकायों के योजनाओं और कार्यों की समीक्षा के साथ योजनाओं का भौतिक निरीक्षण कर मुख्यालय में रिपोर्ट दे रहे हैं, और उसके सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं। समस्याओं का त्वरित रूप से समाधान किया जा रहा है।

निकायों के जनप्रतिनिधियों के लिए हम हर मंगलवार शाम चार से पांच बजे तक मिलने का समय तय कर रहे हैं ताकि हर निकाय की समस्याओं को वे सीधे समझें। निकायों में ESSL के माध्यम से लगायी गयी स्ट्रीट लाइटों को लेकर सभी समस्याओं का निदान होगा। इसके लिए 13 जनवरी को कंपनी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी। राज्य के सभी चारों स्मार्ट सिटी में काम में तेजी आ चुकी है। नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान स्मार्ट सिटी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के अध्यक्ष के रूप में स्मार्ट सिटी की समीक्षा शुरू कर चुके हैं।

वहीं नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने अपने संबोधन में कहा कि प्रमंडल स्तरीय समीक्षा बैठक में सभी नगर निकायों की भागीदारी सुनिश्चित हो रही है, तथा इसके काफी अच्छे परिणाम देखने में आ रहे हैं। सभी नगर निकायों को अपनी समस्याएं रखने का अवसर प्राप्त हो रहा है।

बैठक में मौजूद पथ निर्माण मंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने बताया कि शहरों को जाम की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए राज्य के सभी शहरों का सर्वे कराकर कुल 120 बाइपास बनाने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया है। जिन बाइपास का निर्माण शुरू है उनमें सीवान का बाइपास 10 फरवरी से पूर्व और छपरा बाइपास का निर्माण फरवरी के अंत तक पूरा हो जाएगा। बायोमेडिकल वेस्ट की समस्या से निबटारा पाने के लिए कई जिलों को मिलाकर एक स्थान पर बायोमेडिकल वेस्ट के प्रबंधन का निर्णय लिया जाएगा। अगले पांच सालों में शहरों का बेहतर उन्नयन करेंगे।