पटना

पटना: सम्बद्ध कॉलेजों की बदलेगी अनुदान प्रक्रिया


  • पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन करने पर शिक्षा विभाग ने लगायी मुहर
  • 227 कॉलेज अनुदान के लिए मार्च से पोर्टल से करेंगे दावे

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य में सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों को अनुदान देने की प्रक्रिया बदलेगी। पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। नयी प्रक्रिया आगामी मार्च माह से लागू करने की शिक्षा विभाग की तैयारी है। सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों को अनुदान देने की प्रक्रिया ऑनलाइन करने का फैसला राज्य सरकार का शिक्षा विभाग ने लिया है। शिक्षा विभाग का मानना है कि सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों को अनुदान देने की प्रक्रिया ऑनलाइन करने से इसमें पारदर्शिता आयेगी।

आपको बता दूं कि राज्य में सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों की संख्या तकरीबन 227 है। इन कॉलेजों को राज्य सरकार छात्र-छात्राओं के स्नातक परीक्षा के श्रेणीवार रिजल्ट के आधार पर अनुदान देती है। अनुदान राशि का भुगतान तय शर्तों के अनुरूप सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों द्वारा शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को किये जाने के प्रावधान हैं। अनुदान के लिए सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों द्वारा अपने विश्वविद्यालय के माध्यम से शिक्षा विभाग के समक्ष दावा प्रस्तुत किया जाता है। सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों को शिक्षा विभाग द्वारा अनुदान राशि भी विश्वविद्यालय के माध्यम से उपलब्ध करायी जाती है। उसके बाद सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों द्वारा यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट भी विश्वविद्यालय के माध्यम से शिक्षा विभाग को सौंपे जाते है।

अब, ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत हर सम्बद्ध डिग्री कॉलेज को कोड एलॉट किया जायेगा। उसके आधार पर कॉलेज पोर्टल पर जाकर सभी सूचनाएं दर्ज करेगा। दर्ज की जाने वाली सूचनाओं में संकायवार, विषय एवं राज्य सरकार से संबंधन की स्थिति दर्ज होगी। इसके साथ ही निर्धारित सीट संख्या, नामांकित छात्रों की संख्या एवं निबंधितों की संख्या दर्ज की जायेगी। प्रथम श्रेणी, द्वितीय श्रेणी एवं तृतीय श्रेणी से उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं की संख्या कॉलेज द्वारा टैबुलेशन रजिस्टर से मिलान कर दर्ज की जायेगी। उसके बाद कॉलेज उसे समिट करेगा।

संबंधित विश्वविद्यालय उसे सत्यापित कर राज्य सरकार के शिक्षा विभाग को अग्रसारित करेगा। रिजेक्ट करने की स्थिति विश्वविद्यालय को संबंधित सम्बद्ध डिग्री कॉलेज को कारण बताने होंगे। विश्वविद्यालय द्वारा अग्रसारित किये जाने के बाद शिक्षा विभाग के स्तर प्रथम श्रेणी, द्वितीय श्रेणी एवं तृतीय श्रेणी से उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं की संख्या के आधार पर राशि की गणना की जायेगी। उसके बाद कॉलेज को विश्वविद्यालय के माध्यम से राशि मिलेगी।

जिन विश्वविद्यालयों के अधीन सम्बद्ध डिग्री कॉलेज संचालित हैं, उसमें पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, मगध विश्वविद्यालय, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, जयप्रकाश विश्वविद्यालय, बीआरए बिहार विश्वविद्यालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, बीएन मंडल विश्वविद्यालय, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय, मुंगेर विश्वविद्यालय एवं पूर्णिया विश्वविद्यालय शामिल हैं।