(आज समाचार सेवा)
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहा है की बाढ प्रक्षेत्र की परियोजनाओं की अनवरत मानीटरिंग करें ताकि समय पर परियोजना निमार्ण काय पूरा हो सके। मुख्यमंत्री बुधवार को 1 अणे मार्ग स्थित संवाद में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक की।
समीक्षा के दौरान जल संसाधन विभाग के सचिव श्री संजीव हंस ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जल संसाधन विभाग की महत्वाकांक्षी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने सात निष्चय पार्ट-2 के अन्तर्गत ‘हर खेत तक सिंचाई का पानी, योजना, गंगा जल उद्वह योजना, सिंचाई प्रक्षेत्र की निर्माणाधीन योजनायें, बाढ़ प्रक्षेत्र में चलायी जा रही महत्वपूर्ण योजनाओं तथा शुरू की गयी नई चयनित योजनाओं की कार्य प्रगति की जानकारी दी।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा जल उद्वह योजना के अन्तर्गत गंगा नदी के पानी को संग्रहित कर शुद्ध पेयजल के रुप में राजगीर, बोधगया, गया और नवादा में पहुंचाने से संबंधित क्रियान्वित की जा रही योजना को तेजी से पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की स्थिति सामान्य होने के बाद निर्माणाधीन परियोजनाओं का स्थल पर जाकर जायजा लेंगे। जो कार्य पूर्ण हो गये हैं, उसका भी जमीनी जायजा लेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रक्षेत्र में चलायी जा रही महत्वपूर्ण योजनाओं का सतत् अनुश्रवण करते रहें ताकि बचे हुये कार्य तेजी से पूर्ण हो सके। उन्होंने कहा कि तटबंधों की ऊॅचीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं पक्कीकरण कार्य को प्राथमिकता में रखते हुये पूर्ण करें। बाढ़ से सुरक्षा हेतु बचे हुए सभी कटाव निरोधक कार्य एवं बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य को जल्द पूरा करें। बाढ़ की स्थिति में तटबंधों के निगरानी हेतु विशेष सतर्कता बरती जाए। उन्होंने कहा कि शहरों के गंदी पानी को नदी में नहीं गिराया जाय, एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) वाटर का उपयोग सिंचाई हेतु किया जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वाल्मीकिनगर को ईको टूरिज्म का सेंटर बनाना चाहते हैं। वाल्मीकिनगर में एक तरफ नदी है तो दूसरी तरफ पहाड़ और जंगल है, वहॉ का दृष्य बहुत सुंदर और मनोरम है।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार उपस्थित थे, जबकि वीडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा, मुख्य सचिव श्री त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त श्री आमिर सुबहानी, जल संसाधन विभाग के सचिव श्री संजीव हंस सहित अन्य वरीय अधिकारी जुड़े हुये थे।