(आज समाचार सेवा)
पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कोरोना के संभावित आने वाले तीसरे फ़ेज से लड़ने के लिए विभाग के अपर मुख्य सचिव सहित उच्चाधिकारियों के साथ बैठक कर विस्तृत कार्ययोजना बनायी है। मंत्री ने बताया कि विभाग के द्वारा विभिन्न स्तरों पर सघन समीक्षा करते हुए भविष्य के लिए तैयारी की जा रही है। वर्ष 21-22 में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लगभग 30 हजार नियुक्तियां विभिन्न पदों पर की जाएंगीं।
वहीं, राज्य में मंगलवार तक तीन करोड़ से अधिक कोरोना की जांच हुई है। दूसरी तरफ़ यूनीसेफ से एक सौ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि व्यवस्थाओं को और बेहतर करने के लिए मानव बल की आवश्यकता है। इस क्रम में 6 हजार, 338 विशेषज्ञ एवं सामान्य चिकित्सक, 3270 आयुष चिकित्सक, जीएनएम-4671 एवं एएनएम-9233 की नियुक्ति 15 सितंबर, 2021 तक कर लेने का निर्देश बैठक में दिया गया है।
साथ ही उन्होंने ने अन्य विभिन्न पदों पर लगभग 7 हजार नियुक्ति की प्रक्रिया का बिहार तकनीकी सेवा आयोग के माध्यम से पूरा करने का निर्देश दिया है। इसके अलावे विभिन्न मेडिकल कॉलेज सह अस्पतालों एवं सदर अस्पताल से प्राप्त नीकू, पीकू और एसएनसीयू के लिए आवश्यक उपकरणों की सूची बीएमएसआईसीएल को उपलब्ध करा कर शीघ्र आपूर्ति करने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने बताया कि कोरोना के संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए राज्य के अस्पतालों में ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता हेतु विभिन्न संयंत्र, उपकरण एवं ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया है। इसके तहत सभी सीएचसी, रेफरल अस्पताल एवं पीएचसी पर 2-2 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर एवं सभी अनुमंडनलीय अस्पताल में 2-2 बाइपैप मशीन इस माह के अंदर भेजे जाएंगे।
साथ ही 54 अनुमंडल एवं जिला अस्पतालों में पीएसए प्लांट एवं सभी मेडिकल कॉलेज सह अस्पतालों में ऑक्सीजन टैंक अगले तीन महीने में लगाना सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया गया है। जिस क्रम में विभिन्न अस्पतालों में कार्य प्रारंभ किया जा चुका है।