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प्राणियोंके हृदयमें स्थित आत्मा
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 469 आर.एन. तिवारी अर्जुनने चित्ररथसे संगीत विद्या सीखी। गान-विद्यामें अत्यंत निपुण और सभी गन्धर्वोंमें मुख्य होनेके कारण भगवानने चित्ररथको अपनी विभूति कहा है। मैं ही सभी सिद्ध पुरूषोंमें कपिल मुनि हूं। सिद्ध दो तरहके होते हैं- एक तो साधना करके सिद्ध बनते हैं और दूसरे जन्मजात सिद्ध होते हैं। मुश्किलें हमेशा बेहतरीन लोगोंके […]
आंतरिक संरचना
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 839 ओशो अपनी आंखें बंद कर लो और अपनी रीढ़को आंखोंके सामने लाओ। रीढ़को एकदम सीधा रखो। इसका निरीक्षण करो। इसके बीचोंबीच एक तंतुको देखो, कमलके तंतु जैसा नाजुक, तुम्हारी रीढ़के खंभेमेंसे गुजर रहा है। रीढ़में बीचोंबीच एक रुपहला धागा है, एक अत्यंत नाजुक मज्जा तंतु। यह शारीरिक तंतु नहीं है। इसे खोजनेके […]
नष्ट होता संसदका मूल्यवान सत्र
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 388 राजेश माहेश्वरी संसदमें पेगासस मामलेको लेकर गतिरोधके हालात बने हुए हैं। भारी शोरशराबे और हंगामेके चलते संसदकी कार्यवाही बार-बार बाधित हो रही है। इन हालातोंमें संसदका बहुमूल्य समय तो नष्टï हो ही रहा है, वहीं देशके आम आदमीसे जुड़े अन्य महत्वपूर्ण मुद्दोंको भी विपक्ष द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है। कोरोना कालमें […]