Post Views: 641 प्रणय कुमार समन्वय एवं लोकमंगलकी भावना एवं साधना हमारा सार्वकालिक आदर्श रहा है। परंतु बीते कुछ दशकोंसे हमारे सार्वजनिक विमर्श और विश्लेषणका ध्येय जीवन और जगतमें व्याप्त एकत्वको खोजनेकी बजाय और विभेद पैदा करना हो चला है। परस्पर विरोधी स्थितियों-परिस्थितियोंके मध्य समन्वय एवं संतुलन साधनेकी बजाय संघर्ष उत्पन्न करना हो गया है। […]
Post Views: 727 पूर्वी लद्दाखके गलवानमें भारतीय-चीनी सैनिकोंके बीच हुई हिंसक झड़पके बाद पटरीसे उतरी वार्ता फिरसे शुरू होनेके संकेत स्वागतयोग्य है। दोनों देशोंने पूर्वी लद्दाखमें शान्ति बनाये रखनेपर सहमति जतायी है। दोनों सेनाओंके बीच अबतक ११ दौरकी सैन्य स्तरकी वार्ता हो चुकी है, जिसमें दोनों देशोंकी सेनाओंको पीछे हटने समेत कई मुद्दोंपर सहमति बनी […]
Post Views: 878 भारतके खिलाफ साजिशोंको अंजाम देनेमें चीन सदैव सक्रिय रहता है। यही उसका वास्तविक चरित्र है जिसपर भारतकी सजग दृष्टिï रहती है। सीमापर तनावके दौरान ही चीनने भारतपर साइबर हमला कर पूरे देशमें अंधेरा फैलानेकी साजिश रची थी लेकिन उसे सफलता नहीं मिल पायी। न्यूयार्क टाइम्सकी रिपोर्टमें दावा किया गया है कि पिछले […]