क्षति की मांगी रिपोर्ट, सभी प्रभावितों को मिलेगी सहायता
(आज समाचार सेवा)
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को किशनगंज, पूर्णिया, अररिया, सुपौल, सहरसा, समस्तीपुर जिले के अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ से हुई क्षति का हवाई सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण कर लौटने के बाद पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें जहां-जहां के बारे में फसल क्षति की रिपोर्ट मिली थी वहां की स्थिति का जायजा लिया। जिन जगहों का हमने एरियल सर्वे किया है, उसके अलावा जिन-जिन जगहों पर फसल क्षति हुई है वहां की भी रिपोर्ट मांगी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन इलाकों में वर्षापात के कारण फसल को नुकसान पहुंचा है वैसी सभी जगहों का भी आकलन जरूरी है ताकि सभी प्रभावित लोगो को सहायता दी जा सके, इसका यही उद्देश्य है। सरकार का जो नियम है उसके मुताबिक सभी प्रभावित लोगों को सहायता दी जायेगी। महागंठबंधन में उपचुनाव को लेकर टूट के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका एनालिसिस करना मीडिया का काम है। मुख्यमंत्री के साथ एरियल सर्वे में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचंल कुमार, जल संसाधन सचिव संजीव हंस, आपदा प्रबंधन सचिव संजय कुमार अग्रवाल थे।
किशनगंज (आससे) के अनुसार मुख्यमंत्री, बिहार सरकार नीतीश कुमार के द्वारा बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के हवाई सर्वेक्षण हेतु किशनगंज जिला में आगमन हुआ। मुख्यमंत्री हवाई मार्ग से स्थानीय हवाई अड्डा खगड़ा पर उतरे। श्री राहुल महिवाल, आयुक्त पूर्णिया प्रमंडल, पूर्णिया तथा पुलिस महानिरीक्षक, पूर्णिया प्रक्षेत्र और जिलाधिकारी किशनगंज, डॉ आदित्य प्रकाश तथा पुलिस अधीक्षक किशनगंज कुमार आशीष के द्वारा पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत हवाई अड्डा पर किया गया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किशनगंज हवाई अड्डा पर तैयार हेलीकॉप्टर से यहा जिले में बाढ़ व सुखाड़़ का शीध्र ही हवाई सर्वेक्षण के लिए प्रस्थान कर गए। उल्लेखनीय है कि माननीय मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था और उनके प्रोटोकॉल की पूर्व के सख़्त तैयारी की गई थी। उक्त कार्यक्रम बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का सर्वेक्षण हेतु निर्धारित था।