पटना

देश का सबसे बड़ा अस्पताल बनेगा पीएमसीएच, कार्य शुरू


(आज समाचार सेवा)

पटना। पटना के पीएमसीएच देश का सबसे बड़ा और विश्व का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बनने का काम चालू हो गया है। अभी विश्व का सबसे बड़ा अस्पताल ताइवान का चांग गंग मेमोरियल हॉस्पीटल है। उसकी क्षमता १० हजार बेड की है। पीएमसीएच में अभी कोविड वार्ड को मिलाकर लगभग १८०० बेड क्षमता है। अगले सात साल में पीएमसीएच का ५४६२ बेड का अस्पताल पूरी तरह से तैयार हो जायेगा। यह तीन फेज में बनेगा। पहले फेज में २०७३ बेड का अस्पताल अगले तीन साल में तैयार हो जायेगा। यह सात मंजिला होगा। दूसरे और तीसरे फेज में अन्य विभाग बनेंगे।

पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ.विधापति चौधरी ने बताया कि सबसे पहले कॉटेज, लवारिस वार्ड एवं कैदी वार्ड बनायें जायेंगे। उसके बाद नर्सिग हॉस्टल, मेडिकल कॉलेज, नर्सिग हॉस्टल, डॉक्टर चैंबर, क्लास रूम, सभी जांच एवं पैथोलॉजी सुविधाएं, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड से लेकर एमआरआई, ब्लड बैक आदि की सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने बताया कि पीएमसीएच की नयी बिल्डिंग का शिलान्यास ८ फरवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कर दिया था। लेकिन काम अब चालू हो गया है।

उन्होंने बताया कि पीएमसीएच को बनाने के लिए ५५४० करोड़ रुपये की लागत है। यह कार्य बीएमएसआईसीएल की देखरेख में एलएनटी के इसके निर्माण का जिम्मा दिया गया है। कंपनी ने पहले चरण का काम पूरा करने की जनवरी २०२४ में तक है। उन्होंने बताया कि पीएमसीएच में अन्य विभागों को जोड़ा जायेगा। अस्पताल का बनावट कुछ अलग रूप-रंग का होगा। पीएमसीएच को जैसे-जैसे काम पूरा होगा, वैसे-वैसे तोड़ा जायेंगा। श्रृखंलाक्रम में बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पीएमसीएच में हेलीपैड की भी व्यवस्था होगी।

पीएमसीएच में बनने वाले नए भवन में ३६ सुपर स्पेशियलिटी विभाग बनेंगे। अभी इनकी संख्या आठ है। नया भवन में ऑटोमेटिक फायर फाइडिंग सिस्टम, मेडिकल गैस पाइपलाइन, पावर सब स्टेशन, अंडरग्राउंड सिवरेज प्रणाली, कचरा निष्पादन प्रणाली से युक्त होगा। वहीं पांच हजार वाहनों की पार्किग की भी व्यवस्था होगी।

एलएनटी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर संजय सरवटे ने बताया कि पीएमसीएच देश का सबसे बड़ा अस्पताल बनने जा रहा है। कार्य जारी है। पांच साल में बनाने का लक्ष्य है, हलांकि इससे ज्यादा समय लग सकता है।