Post Views:
706
Related Articles
अम्बेडकरके विचारोंको आत्मसात करना जरूरी
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 407 प्रणय कुमार भारतरत्न बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर अपने अधिकांश समकालीन राजनीतिज्ञोंकी तुलनामें राजनीतिके खुरदुरे यथार्थकी ठोस एवं बेहतर समझ रखते थे। नारों एवं तकरीरोंकी हकीकत वह बखूबी समझते थे। जाति-भेद एवं छुआछूतके अपमानजनक दंशको उन्होंने केवल देखा-सुना-पढ़ा ही नहीं, अपितु भोगा भी था। तत्कालीन जटिल सामाजिक समस्याओंपर उनकी पैनी निगाह थी। […]
नवसाम्राज्यवादी नीतियोंके लिए नैतिक आदर्श
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 741 डा. अजय खेमरिया राम मानवताकी सबसे बड़ी निधि है। वह संसारमें अद्वितीय प्रेरणापुंज है। वह शाश्वत धरोहर है मानवीय सभ्यता, संस्कृति और लोकजीवनके। राम जीवनके ऐसे आदर्श हैं जो हर युगमें सामयिकताके ज्वलन्त सूर्यकी तरह प्रदीप्त है। मर्यादाशील, संयम, त्याग, लोकतंत्र, राजनय, सामरिक शास्त्र, वैश्विक जबाबदेही, सामाजिक लोकाचार, परिवार प्रबोधन, आदर्श राज्य […]
चुनौतियोंके बीच कोरोना टीकाकरण
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 537 पूरन चंद यह देशके लिए गर्व, वैज्ञानिकोंके लिए उपलब्धि और राजनीतिक इच्छाशक्ति तथा नागरिकोंके संयम की जीत है कि एक ओर अनदेखी, अंजान बीमारी धीरे-धीरे कम हो रही है और दूसरी ओर राहत मिल रही है कि अब सब कुछ पटरीपर लौट रहा है। परन्तु इससे यह समझना भूल होगी कि बीमारी […]