आज़मगढ़

अखिल भारतीय मध्यान्ह भोजन रसोइया महासंघ का प्रदर्शन


आजमगढ़। अखिल भारतीय मध्यान्ह भोजन रसोइया महासंघ ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट भवन के सामने स्थित अंबेडकर पार्क में एक दिवसीय प्रदर्शन कर जिलाधिकारी के माध्यम से 6 सू़त्रीय मांगपत्र मुख्यमंत्री को प्रेषित किया। इस दौरान संगठन के प्रदेश संरक्षक सुरेन्द्र नाथ गौतम ने कहा कि सरकार की कथनी और करनी में अंतर है। हाईकोर्ट ने रसोइयों का न्यूनतम वेतन तय करने व नीतियों पर पुनः विचार करने का आदेश दिया है, लेकिन सरकार ने अभी तक उक्त आदेश का पालन नहीं किया। बल्कि सिर्फ पांच सौ रूपए का मानदेय बढ़ाकर रसोइयों से बंधुआ मजदूरी कराई जा रही है।
प्रदेश महामंत्री संगीता यादव ने कहा कि रसोइयों से 11 माह तक काम लिया जा रहा है लेकिन मानदेय सिर्फ दस माह का ही दिया जा रहा है। वहीं विद्यालय में छात्रों की संख्या कम होने पर रसोइयों को निकाल दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पाल्य/ बच्चा अनिवार्यता के वजह से ग्राम प्रधान व प्रधानाध्यापक रसोइयों को हटाकर अपने चहेते को रखने का काम कर रहे है। इस अवसर पर सुबाष प्रसाद गोंड, रामदुलारे गोंड, पूनम मिश्रा, सुलचन्द्र यादव, माया देवी, लक्ष्मिना, तारा यादव, मेवालाल, सोमारी, प्रभावती सहित सैकड़ों रसोइया मौजूद रहे।