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भारतको साधना अमेरिकाकी मजबूरीभारतको साधना अमेरिकाकी मजबूरी
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 1,603 अमेरिका फर्स्टकी पालिसीके तहत अमेरिका अपने हितोंकी रक्षा करनेके लिए किसी भी हदतक जा सकता है। अमेरिकाको इस बातसे कोई फर्क नहीं पड़ता कि किसी दूसरे देशपर इससे क्या फर्क पड़ता है। बेशक अमेरिकी नीतिसे प्रभावित होनेवाला देश उसके मित्रोंकी सूचीमें ही क्यों न शामिल हो। कहनेको अमेरिका भारतको अपना दोस्त बताता […]
वर्षा जल संग्रहण जरूरी
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 397 डा. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा पिछले तीन चार सालसे देशमें मानसूनकी स्थिति अच्छी ही रही है। फिर भी वर्षा जलके संग्रहणमें खास सुधार नहीं आया है। अच्छे मानसूनके कारण कृषि उत्पादनके क्षेत्रमें हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं। इन्द्रदेवकी कृपा और अन्नदाताकी मेहनतका ही फल है कि देशमें अन्न-धनका भण्डार भरा हुआ है। […]
आत्मबलपर कृत्रिम सफलताका दंश
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 670 दनेश ‘शैलेश’ संघर्षकी सीढिय़ां चढ़कर सफलताके दुर्गपर आसीन होना सबको अच्छा नहीं लगता है। लेकिन जब आप किसीके द्वारा बलात उठाये जानेपर किसी मंच विशेषपर आरूढ़ होते हैं तो वह सफलता आपको भीतरसे न केवल कचोटती है, बल्कि गहन अपराधबोधका भी शिकार बना देती है। लेकिन इसके दूसरी ओर परिश्रम, निष्ठा, ईमानदारी […]