पटना

अधिक उपज व पर्यावरण सुरक्षा के लिए उपयोगी है नैनो यूरिया


कृषि मंत्री ने राज्य में नैनो यूरिया को किया लांच

(आज समाचार सेवा)

पटना। अमरेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा बेली रोड अवस्थित अपने आवासीय कार्यालय से इफको द्वारा विकसित एवं उत्पादित नैनो यूरिया का ऑनलाइन वेबिनार के माध्यम से लांच किया गया।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नैनो यूरिया नैनो-तकनीकी से बना अनूठा उर्वरक है जो कि नाइट्रोजन पोषक तत्व को फसलों को प्रभावी ढंग से प्रदान करता है। यह पारंपरिक खाद की अपेक्षा कम मात्रा में उपयोग होता है और फसल उत्पादकता, पर्यावरण सुरक्षा और फसल की गुणवत्ता पर अनुकूल प्रभाव डालता है। किसानों को लाइन में खड़े होकर यूरिया का बैग खरीदना पड़े तथा पीठ या सर पर न ढोना पड़े, पर्यावर सुरक्षित रहे और किसान की उपज भी बढ़े, इसी सपने को साकार करने के लिए नैनो यूरिया का आविष्कार किया गया।

श्री सिंह ने कहा कि परंपरागत रूप से, फसलों को नाइट्रोजन की आपूर्ति के लिये प्रमुख रूप से यूरिया का उपयोग किया जाता, परन्तु यूरिया के माध्यम से नाइट्रोजन का कंवल ३०-४० फीसदी भाग ही फसलों द्वारा उपयोग किया जाता है, जबकि शेष ६०-७० फीसदी नाइट्रोजन गैसीय वाष्पीकरण, लीचिंग (रिसाव) एवं मिट्टी स्थिरीकरण द्वारा फसलों को उपलब्ध नहीं हो पाती है तथा हमारी मिट्टी, हवा तथा जल को प्रदूषित करती है।