पटना

अब एम्स पटना में भी होगा यकृत कैंसर से पीडि़तों का ऑपरेशन


चार अत्याधुनिक मशीनों का किया गया उद्घाटन

फुलवारीशरीफ। एम्स पटना में सोमवार को यकृत कैंसर से ग्रसित मरीजों के इलाज के लिए चार आत्यधुनिक मशीन लगाया गया है, जो 4 के लैपरोस्कोपी मशीन, इंटराऑपरटिव अल्टासाउंड, क्यूसा मशीन और हारमोनिक मशीन शामिल है।

निदेशक डॉ पीके सिंह ने अत्याधुनिक मशीनों का उद्घाटन किया और उन्होंने कहा कि इस अत्याधुनिक मशीनों के लगने से बिहार में पेट कैंसर से ग्रसित मरीजों के इलाज के लिए बिहार के बाहर कूच नहीं करना पड़ेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि एम्स के गैस्ट्रो सर्जरी विभाग में एमसीएच की पढाई शुरु भी हो चुकी है। गैस्ट्रो विभाग में पहले दिन चिकित्सकों की टीम द्वारा एक मरीज का सफलता पूर्वक ऑपरेशन भी किया गया, जो पूर्णरुप से स्वस्थय है।

वहीं इस संबंध में गैस्ट्रो सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ उत्पल आनंद ने बताया कि एम्स पटना में 4 के लैपरोस्कोपी मशीन से पेट के कैंसर से ग्रसित मरीजों का इलाज अब बिहार में आसान हो जायेगा इस नयी पद्धति से ऑपरेशन के दौरान इंटराऑपरेटिव अल्टासाउंड के माध्यम से मरीज के ट्यूमर की वास्तविक स्थिति की पहचान की जाती है, इसके बाद सर्जरी की प्रक्रिया का पूरा किया जाता है।

इस तरह की चिकित्सीय पद्धति बिहार व झारखण्ड में पहला है, जो एम्स पटना द्वारा मरीजों हित में उत्कृष्ट कदम उठाया गया है। इस मौके पर निदेशक डॉ पीके सिंह, अधिष्ठाता उमेश कुमार भदानी, डॉ कुणाल प्रराशर, राजीव नयन प्रियदर्शी एवं गैस्टो विभाग चिकित्सक व कर्मी उपस्थित थे।