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उत्तर प्रदेश में होली से पहले सीएम के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी,


लखनऊ, । उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी की बड़ी जीत के बाद अब मंत्रिमंडल के गठन की तैयारी भी प्रारंभ हो गई है। नई दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ एक या दो दिन में सीएम योगी आदित्यनाथ तथा उत्तर प्रदेश भाजपा संगठन की बैठक के बाद मंत्रियों के नाम भी तय हो जाएगा। माना जा रहा है कि 18 मार्च को होली से पहले उत्तर प्रदेश में नई सरकार कार्यभार संभाल लेगी। वैसे तो शपथ ग्रहण समारोह के लिए 15 मार्च का समय तय किया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 37 वर्ष बाद इतिहास रच दिया। उत्तर प्रदेश में 1985 के बाद भाजपा दूसरी ऐसी पार्टी है, जो कि सत्ता में वापसी कर रही है। भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने 403 में से 273 सीट जीती हैं। 2017 के मुकाबले भले ही भाजपा तथा सहयोगी दलों को 55 सीट का नुकसान हो रहा है, लेकिन पार्टी लगातार दूसरी बार सत्ता पर काबिज होने जा रही है। भाजपा ने 255, अपना दल ने 12 तथा निषाद पार्टी ने छह सीट जीती हैं। अब चुनाव परिणाम आने के बाद राजभवन में भी हलचल तेज हो गई है। यहां पर उत्तर प्रदेश की नई सरकार को शपथ दिलाने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है।

उत्तर प्रदेश की नई सरकार का शपथ समारोह 15 मार्च को होने की संभावना है। 15 मार्च को ही उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है। नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान व अनुराग ठाकुर के भी शामिल होने का कार्यक्रम बन रहा है। योगी आदित्यनाथ कैबिनेट के कुछ अन्य सहयोगियों के साथ होली से ठीक पहले 15 मार्च को पद एवं गोपनीयता की शपथ ले सकते हैं। उत्तर प्रदेश भाजपा के साथ राजभवन ने भी शपथ ग्रहण समारोह को भव्य बनाने की तैयारी प्रारंभ कर दी है। विधानसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद से ही योगी आदित्यनाथ के दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की चर्चा जोरों पर है। विधायक दल की शीघ्र होने वाली बैठक में उनके नाम पर मुहर लगेगी।

भाजपा पहली पार्टी बन कर उभरी है जिसने तीन दशक बाद लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापसी की है। कई दशक से संभव नहीं हुआ था कि कोई भी पार्टी लगातार दो बार यूपी की सत्ता में वापसी करे। अब उत्तर प्रदेश में फैले सारे मिथक को बहुत पीछे छोड़ते हुए भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।