पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग
वाराणसी, 6 फरवरी। उत्पीड़न, झूठे मुकदमे, पत्रकारों की गिरफ्तारी, कलम पर बंदिश से क्षुब्ध काशी के पत्रकारों ने आज धरना और उपवास कर विरोध जताया साथ ही उत्पीड़न बन्द करने व पत्रकार सुरक्षा कानून अविलम्ब लागू करने की मांग की। काशी पत्रकार संघ के आह्वान पर शास्त्रीघाट (वरुणा पुल) पर हुए इस धरना व उपवास में उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन (उपजा), प्रादेशिक जर्नलिस्ट एसोसिएशन, आॅल इंडिया जर्नलिस्ट एसोसिएशन, विधिक पत्रकार संघ, ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन समेत अन्य कई पत्रकार संगठनों के लोग शामिल थे। भारतीय प्रेस परिषद के सदस्य अशोक नवरत्न ने धरना स्थल पर पहुचकर विरोध प्रदर्शन को अपना नैतिक समर्थन दिया। धरना स्थल पर हुई सभा में वक्ताओं ने पत्रकारों के उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं की कड़ी निन्दा करते हुये सरकार को चेतावनी दी कि दमनात्मक कार्रवाई बन्द नहीं हुई तो इसके खिलाफ पूरे देश में आंदोलन शुरू किया जायेगा। धरने के पश्चात अपनी मांगों से सम्बंधित एक ज्ञापन एसीएम चतुर्थ को सौंपा गया। प्रधानमंत्री को भेजे गये इस ज्ञापन में सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए मांग की गयी कि पत्रकारों के उत्पीड़न को बंद करने के साथ ही पत्रकार सुरक्षा कानून तत्काल लागू किया जाए।
धरना व उपवास में काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष राजनाथ तिवारी, महामंत्री मनोज श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष जितेन्द्र श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष देवकुमार केशरी, मंत्री पुरूषोत्तम चतुर्वेदी, वाराणसी प्रेस क्लब के अध्यक्ष चंदन रूपानी, पूर्व अध्यक्ष प्रदीप कुमार, विकास पाठक, सुभाषचन्द्र सिंह, पूर्व महामंत्री डा॰ अत्रि भारद्वाज, के अलावा सुरेश प्रताप, एके लारी, सुधीर गणोरकर, सुनील शुक्ला, रमेश चन्द्र राय, संदीप त्रिपाठी, विनय सिंह, जयनारायण मिश्र, डा॰ नागेन्द्र पाठक, संदीप गुप्ता के साथ ही नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट (इंडिया) के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डा॰ अरविन्द सिंह, उपजा के अध्यक्ष विनोद कुमार बागी, महामंत्री आनंद मिश्र, भारतेन्दु तिवारी, उपाध्यक्ष धीरेन्द्र नाथ शर्मा, राजेन्द्र जायसवाल, अनिल अग्रवाल, प्रदीप सिंह, आल इंडिया एसोसिएशन के अध्यक्ष डा॰ राजकुमार सिंह, समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन के मंत्री अजय मुखर्जी, इंडियन एसोसिएशन आफ जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश सिंह विकास भी शामिल थे। बार काॅंसिल आफ उत्तर प्रदेश के पूर्व चेयरमैन हरिशंकर सिंह ने धरना स्थल पर पहुंच कर पत्रकारों की मांगों को समर्थन दिया और कहा कि पत्रकारों की जायज मांगों के साथ अधिवक्ता समाज भी हर पल खड़ा रहेगा।