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ऐश्वर्य प्रताप तोमर ने 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में जीता गोल्ड मेडल


नई दिल्ली. युवा भारतीय निशानेबाज ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने बुधवार को दिल्ली आईएसएसएफ विश्व कप की पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन इवेंट में गोल्ड मेडल अपने नाम किया और मेजबान देश का शीर्ष पर स्थान मजबूत किया. भोपाल के 20 साल के ऐश्वर्य ने डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज पर 462.5 अंक से पहला स्थान हासिल किया और हंगरी के स्टार राइफल निशानेबाज इस्तवान पेनी (461.6) और डेनमार्क के स्टेफेन ओलसेन (450.9) से आगे रहे. यह भारत का इस टूर्नामेंट में आठवां गोल्ड मेडल है.

ऐश्वर्य टोक्यो ओलंपिक के लिए कोटा हासिल कर चुके हैं. उन्होंने 2019 एशियाई निशानेबाजी चैम्पियनशिप की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर भारत के लिए ओलंपिक कोटा हासिल किया था. उन्होंने तीन दिन पहले दीपक कुमार और पंकज कुमार के साथ मिलकर पुरुष टीम एयर राइफल इवेंट में सिल्वर मेडल भी जीता था.

राजपूत क्वॉलिफिकेशन में 1172 अंक से शीर्ष पर थे जबकि ऐश्वर्य और नीरज कुमार ने 1165 का समान स्कोर जुटाया. इस्तवान पेनी, ऐक्सी लेप्पा (फिनलैंड), जान लोचबिहलर (स्विट्जरलैंड), जुहो कुर्की (फिनलैंड) और ओलसेन फाइनल में जगह बनाने वाले अन्य निशानेबाज थे. फाइनल 45 शॉट का मुकाबला होता है जिसमें नीलिंग, प्रोन और स्टैडिंग की तीन सीरीज होती है. ऐश्वर्य नीलिंग पोजिशन में 155.0 अंक से आठ पुरुषों के फाइनल में सबसे आगे थे जबकि प्रोन में 310.5 अंक से ओलसेन (311.4) के पीछे और पेनी (309.5) से आगे दूसरे स्थान पर रहे.गनीमत और अंगद की मिश्रित जोड़ी ने स्कीट निशानेबाजी में जीता गोल्ड

भारतीय निशानेबाज गनीमत सेखों और अंगद वीर सिंह बाजवा की जोड़ी ने आईएसएसएफ विश्व कप में प्रतिइवेंट के पांचवें दिन मंगलवार को यहां स्कीट इवेंट के मिश्रित टीम वर्ग में गोल्ड मेडल जीत कर मेजबान टीम का दबदबा कायम रखा. क्वॉलिफिकेशन में 141 अंक के साथ शीर्ष पर रहने वाली 20 साल की गनीमत और 25 साल के अंगद की भारतीय जोड़ी ने फाइनल में कजाखस्तान की ओग्ला पनारिना और अलेक्जेंडर येचशेंको की जोड़ी को 33-29 से शिकस्त दी.

पहले सेट के 20 निशाने के बाद भारत और कजाखस्तान की टीमें 16-16 अंकों के साथ बराबरी पर थी. गनीमत ने दूसरे हाफ में शानदर वापसी की और चार सटीक निशाने लगाये. इस दौरान अंगद एक निशाना लगाने से चूक गये. ओग्ला और अलेक्जेंडर की जोड़ी इस दौर में दो-दो बार चूकीं जिससे भारतीय टीम ने 23-20 की बढ़त हासिल कर ली. अंतिम चार शॉट (निशाने) में, अंगद ने एक बार फिर आत्मविश्वास से भरा प्रदर्शन किया लेकिन गनीमत आखिरी निशाने पर चूक गयी. इससे हालांकि कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि कजाखस्तान के निशानेबाजों के तीन शॉट सही नहीं लगे.