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इन्फ्रास्ट्रक्चर बैंक जरूरी कदम
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Post Views: 550 डा. वरिन्दर भाटिया सन् १९९१ के आर्थिक सुधारोंके बादसे ही अबतक यह बात बार-बार दोहराई जाती रही है कि सरकारका काम व्यापार करना नहीं है। हम जानते हैं कि १९६९ में तत्कालीन सरकारने १४ बैंकोंका राष्ट्रीयकरण किया था। आरोप था कि यह बैंक देशके सभी हिस्सोंको आगे बढ़ानेकी अपनी सामाजिक जिम्मेदारी नहीं […]
परम साधन
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 474 दीपचन्द परमपिता परमात्माका साक्षात्कार करनेकी विधिका नाम उपासना है। शांत चितसे ईश्वरका ध्यान करते हुए उसकी समीपताका अनुभव करना, अपनी आत्माको आनंद स्वरूप परमेश्वरमें मगन करना उपासना कहा गया है। हमारे ग्रंथोंमें इसे भक्ति भी कहा गया है। जिस विधिसे चित्तकी वृत्तियोंका निरोध करके परमेश्वरके चिंतनमें स्वयंको लगाया जाता है, वही भक्ति […]