नागपुर में महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेस के एक कार्यक्रम में उन्होंने यह बात कही। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कानून गरीबों की भलाई के काम में बाधक नहीं बनना चाहिए। सरकार को कानून तोड़ने या किनारे करने का अधिकार है। ऐसा महात्मा गांधी कहा करते थे। नौकरशाह जो कहें, उसके मुताबिक सरकार नहीं चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि गांधी जी भी कहते थे कि यदि कानून गरीबों के विकास का रास्ता रोकें तो उन्हें तोड़ना चाहिए।
सरकार अपने हिसाब से काम करेगी
केंद्रीय मंत्री ने 1995 में महाराष्ट्र की मनोहर जोशी सरकार में अपने कार्यकाल को याद करते हुए बताया कि उन्होंने एक समस्या को कैसे हल किया। गडकरी ने कहा कि मैं हमेशा नौकरशाहों से कहता हूं कि सरकार आपके कहने के अनुसार काम नहीं करेगी। आपको केवल ‘हां सर’ कहना है। आपको हम मंत्री जो कह रहे हैं उसे लागू करना होगा। सरकार हमारे हिसाब से काम करेगी।
महात्मा गांधी की बात का हवाला देते हुए उन्होंने आगे कहा कि बापू कहते थे कि गरीबों की भलाई करने में कोई कानून आड़े नहीं आ सकता। मैं जानता हूं कि गरीबों की भलाई के लिए काम करने में कोई कानून आड़े नहीं आएगा। लेकिन अगर ऐसा कोई कानून आड़े आता है तो उसे तोड़ने में 10 बार भी हिचकना नहीं चाहिए।