पटना (आससे)। ‘रेडक्रॉस की शाखाएं सभी जिलों एवं अनुमंडल मुख्यालयों में स्थापित करते हुए इसकी गतिविधियों को शहरी मलिन बस्तियों तथा सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों तक विस्तारित किया जाना चाहिए। बिहार जैसे आपदा-प्रवण राज्य में किसी भी तरह की आपदा की सूचना मिलते ही त्वरित राहत-कार्य के लिए सामग्रियों सहित तत्पर हो जाने की भरपूर क्षमता रेडक्रॉस सोसायटी में होनी चाहिए। रेडक्रॉस सोसायटी को अपना ‘कैलेंडर ऑफ इवेंट्स’ तथा पूरे एक साल की गतिविधियों को कार्य योजना वर्ष की शुरूआत में ही बना लेनी चाहिए।’
उक्त विचार राज्यपाल फागू चौहान ने गुरुवार को राजभवन में रेडक्रॉस सोसायटी, बिहार ब्रांच के चेयरमैन डा. विनय बहादुर सिन्हा सिन्हा को ‘रेडक्रॉस गोल्ड मेडल’ प्रदान करने के लिए आयोजित सम्मान-समारोह को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये।
राज्यपाल ने कहा कि पिछले वर्ष कोरोना के साथ भी रेडक्रॉस ने बेहतर काम किया था। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी मास्क और सेनेटाइजर वितरण, कोरोना से बचाव के लिए जन-जागृति एवं क्वारेंटाइन सेंटरों के संचालन में रेडक्रॉस कार्य कर्ताओं द्वारा सहयोग पूरी निष्ठा और सक्रियता से किया जाना चाहिए। साथ ही जन जागरूकता पैदा करते हुए अधिकाधिक संख्या में कोविड का टीकाकरण सम्पन्न कराने में भी रेडक्रॉस को अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि पिछले वर्ष भी रेडक्रॉस सोसायटी बिहार ब्रांच को लगभग २० लाख रुपये राजभवन द्वारा दिये गये थे। इस वर्ष भी रेडक्रॉस परिसर, पटना में ब्लड-बैंक भवन के विकास के लिए ५० लाख, ३५ हजार रुपये की राशि राजभवन द्वारा प्रदान की गयी है।
ज्ञातव्य है कि इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी, नयी दिल्ली द्वारा वर्ष-२०१६-१७ में की गयी उत्कृष्ट मानवीय सेवाओं के लिए ‘रेडक्रॉस गोल्ड मेडल’ एवं प्रमाण-पत्र का सम्मान डा. बी. बी. सिन्हा को दिये जाने की घोषणा विगत १५ अक्टूबर, २०२० की वर्चुअल आमसभा बैठक में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने की थी। कार्यक्रम में डा. सिन्हा ने माननीय राष्ट्रपति एवं महामहिम राज्यपाल के प्रति इस सम्मान के लिए आभार व्यक्त किया।
राज्यपाल का स्वागत रेडक्रॉस सोसायटी बिहार ब्रांच के उपाध्यक्ष उदयशंकर प्रसाद सिंह ने किया। कार्यक्रम में राज्यपाल के सचिव रॉबर्ट एल. चोंग्थू भी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन राज्यपाल के जनसम्पर्क पदाधिकारी डा. एस. के. पाठक ने किया। कार्यक्रम में राज्यपाल सचिववालय एवं रेडक्रॉस सोसायटी, बिहार ब्रांच के वरीय अधिकारीगण भी उपस्थित थे।