चंदौली

चंदौली। कन्या पूजन: कुंवारी कन्याओं का पूजन कर कराया भोजन


चंदौली। जिला मुख्यालय पर नवरात्रि में 9 दिनों तक माता के 9 रूपों की पूजा अर्चना की जाती है। साथ ही अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन करके माता को विदा किया जाता है। मान्यता है कि कन्या पूजन से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और आशीर्वाद देती हैं। कन्या पूजन से कन्याओं के माध्यम से माता तक भक्तों के द्वारा कराया गया भोजन पहुंच जाता है। देवी भागवत पुराण के अनुसार कन्या पूजन के लिए 3 से 9 वर्ष की कन्याओं को ही आमंत्रित करना चाहिए साथ ही 9 कन्याओं के साथ एक बालक का पूजन कर भोग लगाया जाता है। जिसे बटुक भैरव का रूप माना जाता है। इसी क्रम में चंदौली निवासी आनंद शाक्य पप्पू के आवास पर कन्या पूजन किया। इस दौरान परिवार के लोगों पूरे विधि.विधान से पूजन.अर्चन करने के बाद शक्ति स्वरूप से परिवार की समृद्धि व जनकल्याण की कामना की। चहनियां प्रतिनिधि के अनुसार नवरात्र के अन्तिम दिन नवमी तिथि मंगलवार को क्षेत्र के पूजा पंडालों में आदिशक्ति स्वरूपा मां दुर्गा विधि विधान से पूजी गयी तत्पश्चात हवन किया गया। टाण्डाकला सोनबरसा में बाबा कीनाराम मठ परिसर में स्थापित पूजा पंडाल में आयोजकों व स्थानीय श्रद्घालुओं द्वारा वेदपाठी ब्राह्मणों के मन्त्रोच्चार के साथ विधिवत पूजन अर्चन के बाद हवन किया गया। तत्पश्चात 21 कन्याओं का पूजन कर उन्हें यथोचित वस्त्र दक्षिणा देकर भोजन कराया गया। सोनबरसा टांडाकला श्री सार्वजनिक क्षेत्रीय दुर्गा पूजा समिति द्वारा सन् 1989 से लगातार श्री दुर्गा मां की स्थापना किया जाता है। बड़े उत्साह के साथ मां दुर्गा पूजा देखने के लिए भक्तजन दूर.दूर से आते हैं। मां दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना नवरात्र के सप्तमी के दिन रविवार को किया गया। नवमी के दिन मंगलवार मां का हवन पूजन पंडित हरि नारायण पांडे के आचार्यत्व में आयोजक मंडल द्वारा किया गया। बुधवार को दशहरे के दिन मां की झांकी के साथ बाहर से आए कलाकारों द्वारा रात्रि जागरण का कार्यक्रम होगा। जिसको देखने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमडऩे की सम्भावना है। दुर्गा पूजा समिति अध्यक्ष प्रधान प्रतिनिधि सोनबरसा, उपाध्यक्ष सुरेश निषाद, प्रबंधक रामू यादव, कोषाध्यक्ष गोलू जायसवाल, सरवन प्रजापति, पूर्व सदस्य मैनेजर पांडेय, राजमणि पांडेय काजू जायसवाल, सीताराम निषाद, राजीव गुप्ता आदि लोग पूजा हवन.पूजन में सम्मिलित रहे। वहीं टांडाकला स्थित मां काली के प्राचीन मंदिर पर आयोजित नवदिवसीय अखण्ड हरिकीर्तन और श्रृंगारोत्सव कार्यक्रम के समापन पर विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया है। आयोजक प्रधान प्रतिनिधि अमित सिंह सोनू ने कहा कि कार्यक्रम समाप्ति पर प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया है। जिसमें भोजन प्रसाद का वितरण होगा। सकलडीहा। प्रतिनिधि के अनुसार शारदीय नवरात्र के अंतिम दिन नौ कन्याओं की विधि विधान से पूजा अर्चना और भोजन कराया जाता है। इस क्रम में कस्बा के अभेद आश्रम और आदि आश्रम हरिहरपुरए में नौ कन्याओं को विधि विधान से पूजा अचर्न किया गया। इस दौरान फल के साथ, चना, पूड़ी, खीर नारियल और हलवा अतिप्रिय है। मान्यता है कि मां सिद्धिदात्री को नवमी पर इसका भोग लगाने मां प्रसन्न होती है। इस मौके पर अभेद आश्रम में संत शेखर साधू, मंत्री सुभाष, शिवाजी सिंह, पोप सिंह, अमित सिंह, शमशेर सिंह, कमला, अनिमेष श्रीवास्तव, माला श्रीवास्तव, तेजप्रताप सिंह सहित अन्य मौजूद रहे। इलिया प्रतिनिधि के अनुसार सीहर गांव स्थित पर्वत शिखर पर अवतरित माँ सिहोरिया देवी धाम पर नवरात्र के नौंवे दिन मंगलवार को भक्तों की भारी भीड़ एकत्रित हुई जहां पूरे दिन लोग पूजन अर्चन कर मन्नतें मांगते रहे। मान्यता है कि जो भी भक्त मां के दरबार में मत्था टेकता है। उसकी मन्नते पूरी होती हैंस यही कारण है कि नवरात्र के प्रथम दिन से ही दर्शन पूजन के लिए भक्तो का तांता लगा हुआ है।नवरात्र के आठवे दिन सिहोरिया देवी माँ की विधि विधान से पूजा अर्चना हुई। सुबह से ही मंदिर में भक्तों के आने.जाने का क्रम शुरू हो गया। घंटा घडय़िाल की आवाजए भजन व कीर्तन से माहौल भक्तिमय हो उठा। सुबह से शाम तक मंदिर पहुंचते ही भक्तों ने मां के जयकारों के बीच महाआरती के साथ पूजा अर्चना किया। वही रामशाला गांव स्थित सती मैया मंदिर में भी भक्तों भीड़ जुटी रही। लोगो ने दर्शन पूजन कर मत्था टेका।