सकलडीहा। स्टांप के अभाव में दस से सौ रूपया की स्टांप का मनमानी रेट लिये जाने पर अधिवक्ताओं में रोष है। गुरूवार को अधिवक्ताओं ने स्टांप की मनमानी रेट पर अंकुश लगाने की मांग को लेकर विरोध जताया। जिला प्रशासन से स्टांप विक्रेताओं को सुलभता से स्टांप मुहैया कराने की मांग उठाया। इसके साथ ही ईस्टांपिंग की व्यवस्था सभी सहज केन्द्रों पर करने की मांग उठाया। अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा ईस्टांपिंग की व्यवस्था शुरू कर दिया गया है। लेकिन तहसील मुख्यालय पर ईस्टांपिंग की व्यवस्था के अभाव में स्टांप विक्रेताओं द्वारा मनमानी रेट लिया जा रहा है। दस रूपया से लेकर सौ रूपया के स्टांप पर पच्चास से सौ रूपया का अंतर हो रहा है। जिसके कारण वादकारी सहित आम जनता को काफी समस्या हो रही है। यही नही बगैर अधिवक्ताओं के प्रमाणित स्टांप बेच दिया जा रहा है। अधिवक्ताओं ने जिला प्रशासन से स्टांप विक्रेताओं को सुलभता से स्टांप मुहैया कराने के साथ ई स्टांपिंग की व्यवस्था सभी सहज केन्द्रों पर कराने की मांग उठाया। चेताया कि शीघ्र समस्या का समाधान नही हुआ तो अधिवक्ता रजिस्टरी कार्य को बाधित कर देगे। इस दौरान जमकर नारेबाजी किया। इस मौके पर विरोध जताने वालों में बार अध्यक्ष राजकुमार सिंह, महामंत्री अजय कुमार रंजन, पूर्व अध्यक्ष अरूण कुमार, बुद्धिराम, लालचंद, नरसिंह, धर्मदेव, अनिल कुमार, रंजन, राजेश, रामजतन, मिथिलेश मौर्या सहित अन्य मौजूद रहे।