पटना

चालान की जगह फ़ूल भेंट कर रही है जहानाबाद व अरवल पुलिस


बिना हेलमेट पहने बाइक सवारों के साथ पुलिस ने की गांधीगिरी

जहानाबाद/अरवल। शनिवार को जिले में पुलिस की गांधीगिरी देख हर कोई मुरीद हो गया। तल्ख और सख्त लहजे में पेश आने वाली पुलिस न सिर्फ नरम दिख रही थी बल्कि नियम तोड़ने वालों को फ़ूल भेंट कर रही थी। दरअसल शहर के अम्बेडकर चौक के समीप यातायात पुलिस ने बिना हेलमेट बाइक सवारों को रोककर गुलाब देने के साथ-साथ हेलमेट पहनने की नसीहत दे रही थी। पुलिस के बदले अंदाज को देख बाइक सवार और सड़क चल रहे राहगीर थोड़ी देर के लिए हैरत में पड़ गए। यातायात पुलिस पूरे दल के साथ चौक पर गाड़ियां रुकवा रहे थे। बाइक चालक सोच रहे थे कि उनका चालान पक्का है, लेकिन पुलिस उन्हें फ़ूल और माला देकर हेलमेट पहनने की नसीहत दे रही थी।

मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी अजीत कुमार राय ने वाहन चालकों से कहा कि इस बार आपको चालान नहीं, गुलाब दिया जा रहा है ताकि अगली बार जरूर हेलमेट पहनें और हमेशा इस फ़ूल की तरह हमेशा खुश रहें। वहीं, मोपेड-स्कूटी सवार महिलाओं-छात्राओं को भी महिला पुलिसकर्मियों ने गुलाब दिए। इस दौरान महिलाओं को पीछे बिठाकर ले जा रहे एक बाइक सवार को पुलिस अधिकारी ने खुद माला पहनाकर सचेत किया। पुलिस की इस गांधीगिरी से बाइक सवारो में आत्मग्लानि और शर्मिंदगी का भाव साफ़ देखा जा रहा था। उन्हें यह भी लग रहा था पुलिस आखिरकार उसके जीवन रक्षा के लिए ही कदम उठा रही है।

वहीं अरवल में जिला पदाधिकारी जे प्रियदर्शनी के निर्देश पर जागरूकता अभियान चलाया गया। मुख्यालय डीएसपी कृष्णानंद कुमार के द्वारा सदर थाने के समीप भगत सिंह चौक, बस स्टैंड मोड़, महावीर चौक मोड़ सहित शहर के दर्जनों स्थानों पर बिना हेलमेट, सीट बेल्ट ओर ट्रिपल लोडिंग वाहन चालकों को गुलाब का फ़ूल देकर यातायात नियमों का पाठ पढ़ाया गया। साथ ही आगे से यातायात नियमों के पालन का संकल्प दिलाया गया। मौके पर प्रशिक्षु डीएसपी मंगलेश्वर कुमार सिंह, सदर थानाध्यक्ष शंभू पासवान सहित थाने के सभी पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।

इधर कलेर में भी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कृष्ण नंदन के नेतृत्व में पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर बगैर हेलमेट के दो पहिया वाहन चलने वाले लोगों को गुलाब का फ़ूल दिया गया। मौके पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कृष्ण नंदन ने वैसे बाइक सवारो से कहा कि प्रशासन आपको फ़ूल देकर सम्मानित नहीं कर रही है, बल्कि यह एहसास दिला रही है कि बगैर हेलमेट के चलने से आपको क्या परेशानी उठानी पड़ सकती है।