पटना

छपरा: राजेंद्र महाविद्यालय के प्राचार्य सहित 13 अध्यापक निलंबित


छपरा। दरजय प्रकाश महाविद्यालय छपरा के सुपर महाविद्यालयों में समाहित राजेंद्र महाविद्यालय छपरा के पूर्व प्राचार्य सहित दर्जनभर शिक्षकों को राजभवन के नोटिस पर निलंबित कर दिया गया है। गौरतलब है कि राजेंद्र महाविद्यालय में दिसंबर महीने में राजेंद्र जयंती समारोह का आयोजन किया गया था। यह आयोजन भव्य तरीके से हुआ था।

जंयती समारोह के समापन के बाद आयोजन कर्ताओ द्वारा अपनी गरिमा तथा शिक्षक के पेशे का मान, मर्यादा को मर्दन करते हुए राजेंद्र जयंती मनाने के बाद फुहार गानों पर डांस किया गया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। वीडियो के वायरल होते ही चारों तरफ का नजारा बदल गया तथा इन डांस करने वाले शिक्षकों को लोगों ने इनके कृत को शर्मसार करने वाला कृत बताया।

जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर फारूक अली को जैसे ही मामले का संज्ञान हुआ उन्होंने आनन-फानन में विश्वविद्यालय से 3 सदस्य कमेटी का गठन किया जो इस कार्यक्रम में हुए डांस का जांच कर सके। कमिटी में विज्ञान संकाय के अध्यक्ष प्रो एके झा को संयोजक बनाया गया अन्य 2 मेंबरों में  वर्तमान में अध्यक्ष छात्र कल्याण के पद पर पदस्थापित प्रोफेसर उदय शंकर ओझा एवं कुलानुशासन प्रो कपिल देव सिंह थे। इन सदस्यों ने जो जांच करके प्रतिवेदन दिया उसमें राजभवन को काफी गड़बड़ियां नजर आई। इसे देखते हुए महामहिम कुलाधिपति ने दो विश्वविद्यालय के दो कुलपतियों को कमेटी बनाकर इस मामले की जांच करने के लिए भेजा।

दोनों कुलपतियों ने जांच करके अपना प्रतिवेदन राजभवन को दिया उस प्रतिवेदन के आधार पर विश्वविद्यालय को पत्र भेजकर जांच समिति में शामिल विश्वविद्यालय के तीनों पदाधिकारियों यानी प्रोफेसर एके झा जो समिति के संयोजक थे तथा अन्य दो मेंबर प्रोफेसर उदय शंकर ओझा एवं प्रोफेसर कपिल देव सिंह को निलंबित करते हुए निलंबन अवधि तक उनका मुख्यालय प्रति कुलपति के पास कर दिया गया है तथा राजेंद्र महाविद्यालय के प्राचार्य प्रमेंद्र रंजन सहित महाविद्यालय के 12 अन्य शिक्षकों का निलंबन करते हुए निलंबन अवधि तक विभिन्न महाविद्यालयों में उनको प्रतिनियुक्त कर दिया गया।

निलंबित हुए प्राध्यापकों में डॉक्टर विवेक तिवारी, डॉक्टर रूपा मुखर्जी, डॉक्टर तनु गुप्ता, डॉ गोपाल कुमार साहनी, डॉ इकबाल जफर अंसारी ,डॉक्टर तनुका चटर्जी, डॉक्टर वैथियार सिंह साहू, डॉक्टर अब्दुल रशीद, डॉक्टर रिचा मिश्रा, डॉ रमेश कुमार, डॉक्टर रामानुज यादव तथा डॉक्टर शदाब हाशमी शामिल है यह सभी असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर राजेंद्र महाविद्यालय में  कार्यरत हैं।

क्या कहते है पदाधिकारी

इस बाबत जेपीयू के पीआरओ डॉ हरीश चंद्र से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मैं इस मामले में अनभिज्ञ हूं। इस बाबत प्रभारी कुलसचिव डॉक्टर आरपी श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने कुछ भी बताने से अनभिज्ञता जाहिर की।