पटना

छपरा: विकास योजनाओं की प्रगति को लेकर आयुक्त ने की प्रमंडल स्तरीय समीक्षा


जल-जीवन-हरियाली में सारण की अच्छी प्रगति

छपरा। सारण प्रमंडलीय आयुक्त श्रीमती पूनम के द्वारा अपने कार्यालय कक्ष में प्रमंडल स्तरीय गैर तकनीकी पदाधिकारियों के साथ प्रमंडल में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की गयी और निदेश दिया गया कि सभी विभाग निर्धारित लक्ष्य के अनुरुप उपलब्धि हॉसिल करें। आयुक्त ने कहा कि वित्तीय वर्ष समाप्ति पर है इसलिए कार्यों को गति दें ताकि योजना मद की राशि वापस नही हो। इसे सभी प्रमंडल स्तरीय पदाधिकारी जिले से समन्वय स्थापित कर सुनिश्चित करायें।

सहकारिता विभाग के कार्यों की समीक्षा में पाया गया कि वैसे सभी इच्छुक किसान जिनके द्वारा अधिशेष धान की बिक्री की सहमति दी गयी है उनमें सभी से धान की अधिप्राप्ति अभी नहीं हुयी है। आयुक्त के द्वारा संयुक्त निबंधक सहयोग समितियाँ, सारण प्रमंडल को निदेश दिया गया कि धान अधिप्राप्ति के निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पैक्सवार इच्छुक किसानों से वार्त्ता करें।

स्वास्थ्य विभाग के कार्यों में मुख्य रुप से कोविड से बचाव के लिए चल रहे टीकाकरण की समीक्षा की गयी और पाया गया कि सारण जिला में 70 प्रतिषत, सिवान में 58 प्रतिषत और गोपालगंज में 31 प्रतिषत की उपलब्धि प्राप्त की गयी है। आयुक्त ने कहा कि टीकाकरण को लेकर कहीं कोई भ्रम या अफ़वाह है तो तुरंत उस पर ध्यान देते हुए विभाग अपना स्पष्टीकरण दे ताकि कहीं भ्रम की स्थिति नही रहे।

शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा में पाया गया कि जल-जीवन-हरियाली के तहत किये जाने वाले कार्यों में सारण में अच्छी प्रगति है जबकि सिवान और गोपालगंज में प्रगति बहुत धीमी है। इस पर आयुक्त के द्वारा क्षेत्रीय उप निदेशक को गोपालगंज और सिवान के डीईओ से बात कर इन कार्यों में गति देने का निदेश देते हुए कहा गया कि इस मद में आबंटित राशि का व्यय सुनिश्चित करायी जाय।

क्षेत्रीय निदेशक, पशुपालन के द्वारा बताया गया कि सारण प्रमंडल मे लगभग 70 प्रतिशत ईयर टैगिंग का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। प्रमंडल के तीनों जिलों में एक-एक एम्बुलेटरी भान का परिचालन कर शिविर के माध्यम से भी इयर टैगिंग एवं पशुओं का इलाज किया जा रहा है। सप्ताह में चार दिन एम्बुलेटरी भान चलाया जा रहा है। इस पर आयुक्त ने कहा कि एम्बुलेटरी भान के परिचालन के पूर्व तिथिवार पंचायतों की सूची बनाकर इसे पब्लिक डोमेन में प्रचारित प्रसारित कराया जाय ताकि पशुपालक इसका लाभ उठा सकें।

संयुक्त निदेषक के द्वारा बताया गया कि जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिए सारण जिले में एक हजार एकड़ क्षेत्र में 1464 किसानों को एक करोड़ चौदह लाख सतरह हजार रुपया की इनपुट सब्सिडी दी गयी है। बैठक में आयुक्त साथ क्षेत्रीय अपर निदशेक स्वास्थ्य सेवाएँ, संयुक्त निबंधक सहयोग समितियाँ, क्षेत्रीय उप निदेशक, शिक्षा, उप निदेशक कल्याण संयुक्त निदेशक, क्षेत्रीय निदेशक पशुपालन, उप निदेशक मत्स्य एव उप निदेशक सूचना एवं जन सम्पर्क उपस्थित थे।