पटना

‘छह माह में छह करोड़ को टीका’ महाभियान कल से


सीएम नीतीश करेंगे शुभारंभ

पटना (आससे)। बिहार कोरोना महामारी के खिलाफ 21 जून से निर्णायक लड़ाई छेडऩे जा रहा है। राज्य के अधिकाधिक लोगों को वैक्सीन लगाकर उन्हें सुरक्षा कवच प्रदान किया जाएगा। इस महाभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। अगले छह महीने में राज्य के छह करोड़ लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए प्रखंड स्तर तक टास्क फोर्स का गठन किया गया है। हर वर्ग और व्यवसाय के हिसाब से लोगों का टारगेट ग्रुप बनाया जा रहा है। महाभियान की शुरुआत के साथ ही राज्य भर में बेहद सघन टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा।

राज्य में टीकाकरण को रफ्तार देने के लिए सरकार ने सिलसिलेवार कदम उठाए हैं। इसी का नतीजा है कि बिहार ने 16 जून को 6.62 लाख लोगों को वैक्सीन लगाकर देश में नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया। टीकाकरण के एक दिवसीय महाभियान के जरिए राज्य ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया कि यदि वैक्सीन उपलब्ध होगी तो टीका देने की रफ्तार को कितना भी तेज किया जा सकता है। अब बिहार एक नई इबारत लिखने की शुरुआत करने जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग को टीकाकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। दिसंबर तक अधिकतर का टीकाकरण पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

छह माह में छह करोड़ टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग को हर दिन 3.30 लाख के औसत से टीकाकरण करना होगा। विभाग से जुड़े सूत्रों की मानें तो 21 जून को मुख्यमंत्री शाम चार बजे वेबकास्टिंग के जरिए सभी जिलों को संबोधित करेंगे। वे इस महाभियान का हिस्सा बन वैक्सीन लगवाने का आह्वान करेंगे। विभाग जोर-शोर से इसकी तैयारी में जुट गया है।

सभी जिला पदाधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं। सरकार के निर्देशों के क्रम में पटना सहित सभी जिलों में तैयारी शुरू हो गई है। सभी जिला पदाधिकारियों ने जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक की टास्क फोर्स के साथ बैठक की है। 21 जून को होने वाले टीकाकरण के मेगा कैंप के लिए सभी जिलों को टारगेट भी दिए गए हैं। जीविका दीदियों और उनके परिवारों का ना केवल टीकाकरण किया जाएगा बल्कि उनकी मदद लोगों को जागरूक करने में भी ली जाएगी।

टीकाकरण को लेकर लोगों के बीच फैली भ्रांतियों को भी दूर किया जाएगा। इसके लिए गांवों और पंचायतों में अभियान चलेगा। जागरूकता कार्यक्रम में तेजी लाई जाएगी। इसमें जीविका के साथ ही आंगनबाड़ी, शिक्षकों व स्वास्थ्यकर्मियों की मदद ली जाएगी।

राज्य में टीकाकरण की गति को तेज करने के लिए यहां टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी। सामान्य तौर पर राज्य में दो हजार के करीब स्थायी टीकाकरण केंद्र चलाए जा रहे हैं। 16 जून के विशेष अभियान में स्थायी और चलंत केंद्रों की संख्या बढ़ाकर करीब छह हजार कर दी गई थी। बता दें कि राज्य के ग्रामीण इलाकों में 700 से अधिक टीका एक्सप्रेस चलाई जा रही है, जबकि शहरी निकायों में भी 121 टीका एक्सप्रेस का संचालन किया जा रहा है।

राज्य में शुरू होने वाले इस महाभियान को तय समयसीमा में पूरा करने के लिए अब पूरा दारोमदार टीके की उपलब्धता पर निर्भर रहेगा। हाल में केंद्र ने टीका देने की रफ्तार तो बढ़ाई है मगर अब इसे चार गुना से भी अधिक करना होगा। जून में राज्य को करीब 24 लाख टीका मिलना तय हुआ था लेकिन अब हर महीने एक करोड़ टीके की जरूरत होगी। अतिरिक्त स्वास्थ्यकर्मियों को भी लगाना होगा। यूं भी 16 जनवरी से लगातार करीब 15 हजार स्वास्थ्यकर्मी बिना किसी अवकाश के इस काम में जुटे हैं। उन्हें राहत देने के लिए भी कुछ अतिरिक्त मेडिकल स्टाफ की जरूरत होगी।