पटना

जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में 147 शिकायतों का निबटारा


सर्टिफिकेट पर मेरी तस्वीर के बजाय लडक़ी की तस्वीर लगा दी गयी

      • सही प्रमाण पत्र रहने के वाबजूद सेवा से हटा दिया गया

(आज समाचार सेवा)

पटना। सर! मैने २०१६ में मैट्रिक की परीक्षा पास की लेकिन मेरे सर्टिफिकेट पर मेरी तस्वीर की बजाये एक लडक़ी की तस्वीर लगा दी गयी है। सर्टिफिकेट पर फोटा सुधार के लिए बिहार बोर्ड में आवेदन भी किया, लेकिन अब तक सुधार नहीं हुआ। सर्टिफिकेट पर लडक़े की तस्वीर के जगह लडक़ी की तस्वीर लगाये जाने पर मुख्यमंत्री आश्चर्यचकित हो गये। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को तुरंत उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। नवादा के पूर्व विधायक के दामाद के निजी कॉलेज में प्राचार्य के पद पर कार्यरत हैं। हमलोगों को वेतन नहीं दिया जा रहा है। इस संबंध में उन्होंने कई जगह गुहार लगायी, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। प्राचार्य की पूरी बात सुनने के बाद उन्होंने विभाग को इस पर तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

मुंगेर से आयी एक महिला शिक्षिका ने मुख्यंमत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरा प्रमाण पत्र सही रहने के बावजूद उसे फर्जी बताते हुए मुझे शिक्षक पद से हटा दिया गया है। प्रमाण पत्र की सभी जगह से जांच भी हो गयी है लेकिन उन्हें फिर से सेवा में नहीं लिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को इस पर कार्रवाई करने को कहा। समस्तीपुर से आये एक छात्र ने कहा कि वर्ष २०१७ में ही मैट्रिक की परीक्षा पास की लेकिन १० हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि नहीं दी गयी है। सरकारी दफ्तर में जब जाते हैं तो उन्हें भगा दिया जाता है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को माले की जांच कर तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

छौड़दानो मोतिहारी से आये एक फरियादी ने कहा कि लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के पारित आदेश का अनुपालन बीडीओ नहीं कर रहे हैं। रुन्नीसैदपुर के एक फरियादी ने कहा कि प्रेमनगर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आवश्यक सुविधा बहाल की जाये। बिहारशरीफ से आये व्यक्ति ने कहा कि एलएन मि.वि. दरभंगा में समाजशास्त्र विषय में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति में आरक्षण का प्रावधान का उल्लंघन किया जा रहा है। दाउदनगर के एक युवक ने कहा कि न्यायिक हिरासत एवं मुकदमे से मुक्त होने के बावजूद उन्हें डाटा इंट्री ऑपरेटर के पद पर बहाली करने का अनुरोध किया। मनेर के एक युवक ने कहा कि एससी-एसटी अत्याचार निरोधक अधिनियम के अंतर्गत मृतक के आश्रित का मुआवजा नहीं मिल पाया है।

भभुआ के एक युवक ने वीर कुंवर सिंह विवि का स्नातक पाठ्यक्रम पांच वर्षों में पूरा नहीं हो रहा है जबकि तीन वर्षों में ही डिग्री मिलनी चाहिए। बछवाड़ा बेगूसराय की एक महिला ने शिकायत करते हुए कहा कि आंगनवाड़ी सेविका की बहाली में उनके यहां अनियमितता हुई है तो वहीं मुंगर की एक महिला ने पति के कोरोना से मृत्यु होने के बावजूद उन्हें अब मुआवजा नहीं मिला है। मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभागों को त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

जनता के दरवार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, एससी-एसटी कल्याण मंत्री संतोष कुमार सुमन, विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह, कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री आलोक रंजन, सूचना एवं प्रावैधिकी मंत्री जिवेश कुमार, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, डीजीपी एसके सिंघल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार के अलावा सभी संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव के अतिरिक्त ओएसडी गोपल सिंह डीएम पटना चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी उपेंद्र शर्मा समेत कई अधिकारी मौजूद थे।