पटना

तेज प्रताप ने अपनी ही पार्टी के अध्यक्ष को बताया हिटलर


पटना (आससे)। राष्ट्रीय जनता दल में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पोस्टर लगाने को लेकर हुए विवाद के बाद रविवार को प्रदेश आरजेडी कार्यालय में छात्र आरजेडी के प्रदेश पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों, विश्वविद्यालय एवं प्रमंडल अध्यक्षों की एक दिवसीय बैठक में तेज प्रताप यादव ने पार्टी अध्यक्ष जगदानंद सिंह को हिटलर बता दिया। उन्होंने कहा कि पहले और अभी के आरजेडी कार्यालय में जमीन आसमान का अंतर है। तेज प्रताप ने कहा कि लोगों ने मनमानी शुरू कर दी है तो हमने मिमिक्री शुरू कर दी है। इस दौरान तेज प्रताप ने मंच से दो बार मनमानी है, मनमानी है, कहा।

आरजेडी के राज्यस्तरीय कार्यक्रम के दौरान कार्यालय के दो मुख्य में एक गेट बंद था तो एक आधा खुला। इसपर भी तेज प्रताप भडक़ गए। बोले, लालू प्रसाद यादव के समय सभी गेट जनता के लिए खुले रहते थे। अब अनुशासन के नाम पर तानाशाह की तरह गेट भी बंद रखे जाते हैं।

छात्र आरजेडी के संरक्षक एवं पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा कि हर मोर्चे पर विफल नीतीश की गठबंधन सरकार को उखाड़ फेंकना है और तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाना है। छात्र-नौजवान अपनी मांगों को लेकर सडक़ पर उतर जाएं और बिहार को आजाद कराने तक संघर्ष जारी रखें। ये सरकार सिर्फ लोगों को ठगने का कार्य कर रही है। वे कृष्ण की भूमिका में सदन से लेकर सडक़ तक तेजस्वी का बचाव कर रहे हैं। नीतीश कुमार का तिकड़म नहीं चलने देंगे।

तेजस्वी पोस्टर में नहीं, हमारे दिल में रहते हैं। छात्र-नौजवान ठगे जा रहे तेज प्रताप ने कहा कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद छात्र आंदोलन की उपज हैं। बिहार में शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। छात्र-नौजवान ठगे जा रहे हैं। रोजगार नहीं मिल रहा है। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड भी नहीं मिल रहा है। बिना रिश्वत कोई कार्य नहीं हो रहा है। अधिकारी जनता की बात नहीं सुनते। लालू प्रसाद के मुख्यमंत्री काल में अधिकारी डरते थे। भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड में अंदर ही अंदर तू-तू, मैं-मैं चल रही है।

लालू प्रसाद के विचारों को जन-जन तक लेकर जाना है। डिजिटल इंडिया बना रहे हैं, शिक्षा व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। स्मार्ट शहर बनाए जा रहे, स्मार्ट गांव बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट मीडिया में लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव की तस्वीर लगाकर दुरुपयोग किया जा रहा है। ऐसे लोगों के खिलाफ पीआइएल दायर करा सकते हैं।