पटना

दम तोड़ रहा बिहार का पहला जहाज एमभी गंगा


-दीपक कुमार-

पटना। बिहार के पहला जहाज एमभी गंगा बिहार अब डूबने की कगार पर है। ये जहाज गांधी घाट में है। मरम्मत नहीं होने के कारण दिन-प्रतिदिन जहाज दम तोड़ रही है। यहां तक की इस जहाज के अंदर में एक रेस्टूरेंट भी है। जो सैर करने के साथ-साथ पर्यटक लजीज व्यंजन का लुफ्त उठा सकेंगे। लेकिन, दुर्भाग्यवश यह भी आज पिछले पांच वर्षो से बंद है। सिर्फ नाम का एमभी गंगा बिहार जहाज है। अब इसकी खूबसूरती खत्म होती जा रही है।

पर्यटन निगम के एक अधिकारी ने बताया कि यह जहाज 2009 में कोलकता से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगवाया था। उस समय इसकी कीमत एक करोड़ तीस लाख रूपये थी। बिहार का यह पहला जहाज है। इस जहाज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कैबिनेट की बैठक भी की थी। लेकिन अब यह जहाज डूबने की कगार पर है।

उन्होंने बताया कि इस जहाज में दो इंजन है। 2016 में जहाज के शार्प के इंजन में खराब हो गया था। तो दूसरा इंजन पर काम हो रहा था। जब दूसरे इंजन में मोबिल चैंबर में पानी आने लगी तो इंजन बंद हो गया था। उसके बाद चेन्नई से इंजन बनाने के लिए एक टीम पटना आयी थी। लेकिन इस जहाज को बनाने के लिए टीम ने 60 से 65 लाख रूपये खर्च होना था। लेकिन नहीं बन सका।

उन्होंने बताया कि वर्तमान में एमडी मिस्टर प्रभाकर ने अपनी तरफ से जहाज बनाने की कोशिश की तो अधिकारियों ने नहीं बनाने दिया। इसके साथ अधिकारियों ने जहाज को नीलामी करने की आदेश पारित किया, लेकिन अभी स्थगित है। उन्होंने बताया कि जहाज को बनाने के लिए पर्यटन निगम ने कई बार विभाग को पत्र लिखा है। दुर्भाग्यवश अभी तक बनने की कोई उम्मीद नहीं है।

उन्होंने बताया कि एमभी जहाज के अंदर एक रेस्टूरेंट भी है। जिसमें एक साथ लगभग 60 से 70 आदमी सैर करने के साथ लजीज व्यंजनों का लुफ्त उठा सकेंगे। लेकिन, मरम्मत नहीं होने के कारण पिछले पांच वर्षो से बंद है। सिर्फ समयनुसार जहाज चलायी जाती है। उन्होंने बताया कि पहले की तरह अब जहाज में रौनक नहीं है।

जब पर्यटक रेस्टूरेंट के बारे में पूछते है कि रेस्टूरेंट खुला है क्या? तब जवाब में नहीं बोलते है तो पर्यटक मायूस हो जाते है। अभी फिलहाल सिर्फ जहाज चलायी जा रही है। पर्यटक गंगा की सैर करते है। उन्होंने बताया कि इस जहाज में सैर में करने के लिए रूस, ऑस्टे्रलिया, जर्मनी सहित अन्य देशों के पर्यटक घूमने आये है।