राष्ट्रीय

दिल्ली-जयपुर हाईवे पूरी तरह बंद


नयी दिल्ली (आससे.)। राजस्थान में अलवर के शाहजहांपुर-खेड़ा बॉर्डर पर किसान आंदोलन तेज हो गया है। आंदोलनकारियों की बढ़ती संख्या और किसानों के दिल्ली कूच की आशंका को देखते हुए शुक्रवार दोपहर दो बजे हरियाणा पुलिस ने जयपुर-दिल्ली हाईवे की दूसरी लेन को भी बंद कर दिया। शाहजहांपुर बॉर्डर पर 12 दिसंबर से हाईवे पर किसान डटे हुए हैं। अभी तक जयपुर से दिल्ली जाने वाली लेन ही बंद थी। शुक्रवार दोपहर को हाईवे की दिल्ली-जयपुर वाली लेन पर भी हरियाणा पुलिस ने बैरिकेड लगा दिए। वाहनों को बावल की तरफ से डायवर्ट किया गया है। ऐसे में बॉर्डर पर हाईवे की दोनों लेन बंद हो गई हैं।जयपुर-दिल्ली लेन पर करीब दो किलोमीटर तक किसान आंदोलन का फैलाव है। किसानों के टेंट और वाहन खड़े हैं। वहीं, दिल्ली-जयपुर लेन को बंद करने के बाद उस पर भी किसान आ गए हैं। किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने कहा कि सरकार ने जानबूझकर हाईवे की दूसरी लेन बंद की है। किसानों ने हाईवे जाम नहीं किया। किसान दिल्ली कूच न कर पाएं, इसलिए शाहजहांपुर खेड़ा बॉर्डर पर बैरिकेड लगा दिए गए हैं।सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा था कि वे 26 दिसंबर को दो लाख किसानों के साथ शाहजहांपुर खेड़ा हरियाणा बॉर्डर पर आएंगे। इस संबंध में गुरुवार को उन्होंने जयपुर में जनसंपर्क भी किया था। ऐसे में आशंका है कि वे शनिवार को बड़ी संख्या में किसानों को लेकर बॉर्डर पर पहुंच सकते हैं। माना जा रहा है कि इससे हालात बिगड़ सकते हैं, इसलिए एहतियात के तौर पर एक दिन पहले ही हरियाणा पुलिस ने हाईवे बंद कर दिया। शाहजहांपुर बॉर्डर से लेकर हरियाणा की तरफ करीब 1500 से अधिक पुलिस और सशस्त्र बल के जवान लगे हैं, ताकि किसान यहां से आगे नहीं जा सकें। दूसरी तरफ किसान अब दोनों तरफ के रोड पर आकर खड़े हो गए हैं। बॉर्डर पर एक तरफ पुलिस ही पुलिस दिख रही है तो दूसरी तरफ किसान, उनके टेंट और वाहन खड़े हैं। हालात ये हैं कि एक भी वाहन दिल्ली की तरफ नहीं जा सकता और न ही आ सकता है। शुक्रवार को बॉर्डर पर बड़ी संख्या में मुंबई से किसान आए। अलवर समेत आसपास के जिलों से जाट समाज के काफी किसान आ गए।