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दिल्ली-NCR में लू के बीच केरल में बारिश का ‘रेड अलर्ट’, IMD ने बताया- कबतक उत्तर भारत पहुंच सकता है मानसून


तिरुवनंतपुरम। पिछले कुछ हफ्तों से पूर्वी और पश्चिमी भारत में चिलचिलाती गर्मी ने लोगों को जीना मुहाल कर रखा है। देशवासियों को बेसब्री से मानसून का इंतजार है। इअंडमान और निकोबार में मानसून की एंट्री हो चुकी है। वहीं, केरल में प्री-मानसून का असर दिख रहा है।

 

भारतीय मौसम विभाग ने केरल के एर्णाकुलम और त्रिशूर जिलों के लिये रेड अलर्ट जारी किया। वहीं, पथानामथिट्टा, कोट्टायम और इडुक्की जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ऑरेंज अलर्ट का मतलब है कि इन जिलों में 11 से लेकर 20 सेंटीमटर तक बारिश की उम्मीद है।

बारिश की वजह से 11 लोगों ने गंवाई जान

राजस्व मंत्री के राजन ने आज मीडिया से मुलाकात करते हुए कहा कि केरल के कुछ हिस्सों में पिछले 24 घंटों में 20 सेमी से अधिक बारिश हुई है और उन्होंने कहा कि हाल की बारिश से संबंधित घटनाओं में राज्य में कुल 11 लोगों की जान चली गई है।

उन्होंने कहा, “डूबने की विभिन्न घटनाओं में छह लोगों की जान चली गई, दो पानी से भरी खदानों में गिर गए, दो की बिजली गिरने से मौत हो गई और दीवार गिरने से एक व्यक्ति की जान चली गई।”

कई जिलों में बनाए गए राहत शिविर

वर्तमान में राज्य भर में कार्यरत आठ राहत शिविरों में 223 लोगों को रखा गया है। भारी बारिश को देखते हुए कोझिकोड, मलप्पुरम, एर्नाकुलम और तिरुवनंतपुरम जिलों में राहत शिविर खोले गए।

कब तक उत्तर भारत पहुंच सकता है मानसून?

मौसम विभाग के अनुसार, मॉनसून आमतौर पर 1 जून को पुडुचेरी, तमिलनाडु और केरल में पहुंचता है। वहीं, 5 जून तक मानसून का  कर्नाटक, असम, त्रिपुरा और गोवा में आगमन हो जाता है।

इसके अलावा, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और गुजरात के कुछ हिस्सों में मॉनसून सामान्यतः 15 जून के आसपास पहुंचता है। 30 जून तक मानसून पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के कुछ हिस्सों में दस्तक देता है।