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दिव्यांग बच्चों की प्रतिभा और ऊर्जा का लाभ देश हित में लगाने के लिए प्रयासरत : योगी आदित्यनाथ


  • लखनऊ, । अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की दिव्यांग प्रतिभाओं को सम्मानित किया। लखनऊ में डा. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुर्नवास विश्वविद्यालय के अटल आडिटोरियम में मुख्यमंत्री ने राज्य पुरस्कार में 16 भिन्न-भिन्न क्षेत्रों से 16 सर्वश्रेष्ठ दिव्यांगजनों को सम्मानित किया।

लखनऊ में आयोजित राज्य स्तरीय पुरस्कार एवं सहायक उपकरण कार्यक्रम में विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इन बच्चों की प्रतिभा और ऊर्जा का लाभ देश हित में लगाने के लिए हम सब प्रयासरत हैं। कोरोना संक्रमण काल के दौरान हमारे पैरा ओलंपिक खिलाडिय़ों ने टोक्यो में जाकर बेहतर प्रदर्शन किया। उत्तर प्रदेश सरकार ने उन सभी खिलाडिय़ों को मेरठ में सम्मानित करने का भव्य आयोजन किया। पैरा ओलंपिक में यह प्रदर्शन प्रमाण है कि अगर इनकी प्रतिभा को थोड़ा प्रोत्साहन दिया जाए तो यह आगे बढ़ेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि ऋषि अष्टवक्र भी तो दिव्यांग थे, पर उनकी प्रतिभा से कौन नहीं परिचित है। सूरदास ने अपनी रचनाओं से कृष्ण लीलाओं का अद्भुत वर्णन किया। स्टीफन हाकिंस को कौन नहीं जानता। थोड़ा भी उचित माहौल दिया जाए तो दिव्यांगजन असाधारण प्रदर्शन कर सकते हैं। विज्ञान और तकनीक के साथ दिव्यांगजन को जोडऩा होगा। प्रदेश के अंदर हमने दिव्यांग पेंशन और कुष्ठ रोग पेंशन को बढ़ाया। दिव्यांगजन के विवाह में भी आर्थिक सहायता प्रोत्साहन स्वरूप उपलब्ध कराई जाती है। इसी तरह तमाम अन्य कामों के लिए दिव्यांगजन को सहायता उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हम सभी दिव्यांगजन को मोटरराइज ट्राई साइकिल देने की दिशा में प्रयास कर रहे। हमने दिव्यांगता की श्रेणी को सात से 21 तक पहुंचाने का काम भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जितने भी हमारे दिव्यांगजन हैं और जो संस्थाएं इस क्षेत्र में काम कर रहीं, उनसे अपील है कि शासन की योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने का काम करें। इस मौके पर पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन स शक्तिकरण मंत्री अनिल राजभर, दिव्यांगजन विभाग के अपर मुख्य सचिव हेमंत राय, डॉ. शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय के कुलपति राणा कृष्ण पाल सिंह भी थे।