इंटर की परीक्षा शुरू, केंद्रों पर पहुंचे अध्यक्ष, इंटर की परीक्षा में त्रिस्तरीय मजिस्ट्रेसी व्यवस्था
- परीक्षा केंद्रों पर पुलिस सशस्त्र जवानों की तैनाती
- हर जिले में नोडल अफसर संभाल रहे कमान
- मोबाइल एप्प से भी हो रही मॉनीटरिंग
(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य में 1473 परीक्षा केंद्रों पर सोमवार को सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त के बीच इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू हुई। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर स्वयं परीक्षा संचालन की स्थिति का जायजा लेने राजधानी के परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर ने जिन परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया, उनमें जे.डी. वीमेंस कॉलेज एवं के.बी. सहाय उच्च विद्यालय शामिल हैं। जे.डी. वीमेंस कॉलेज राजधानी के चार मॉडल परीक्षा केंद्रों में एक है, जहां वीक्षक, केंद्राधीक्षक एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेट सहित सभी महिला अधिकारी-कर्मचारी हैं। आदर्श परीक्षा केंद्र फूल, गुब्बारे एवं कार्पेट से सजाये गये हैं। अलग से हेल्पडेस्क भी है। अध्यक्ष ने परीक्षा संचालन की पूरी व्यवस्था का जायजा लिया।
कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन को लेकर परीक्षा केंद्रों पर त्रिस्तरीय मजिस्ट्रेसी व्यवस्था की गयी है। इसके तहत जोनल, सब जोनल एवं सुपर जोनल स्तर पर मजिस्ट्रेट तैनात किये गये हैं। हर अनुमंडल में अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी घूम रहे हैं। हर परीक्षा केंद्र पर पुलिस के सशस्त्र जवान तैनात हैं। परीक्षा प्रारंभ होने के 10 मिनट पहले परीक्षा केंद्रों में परीक्षार्थियों के प्रवेश की व्यवस्था पर सख्ती से अमल किया जा रहा है। इंटरमीडिएट परीक्षा में बैठने के लिए 13,50,233 विद्यार्थियों द्वारा परीक्षा फॉर्म भरे गये हैं। इनमें 7,03,693 छात्र एवं 6,46,540 छात्राएं हैं। परीक्षा 13 फरवरी तक चलेगी।
परीक्षा केंद्रों के दो सौ गज की परिधि में अनधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक है। ‘बीएसईबी एग्जाम 2021’ नाम से एक व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाया गया है, जिससे सभी जिलाधिकारी एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी के साथ-साथ बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पदाधिकारी जुड़े हैं। ऐसा सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान एवं उसके निराकरण के लिए किया गया है। परीक्षार्थियों को परीक्षा भवन में प्रवेश पत्र एवं पेन के अलावा कुछ भी नहीं ले जाने की इजाजत है। कैलकुलेटर, मोबाइल फोन एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स (ब्लूटूथ, इयरफोन) पर पूरी तरह बैन है।
परीक्षार्थियों की तलाशी दो स्तर पर ली जा रही है। पहली तलाशी परीक्षा केंद्रों के मुख्य प्रवेश द्वार पर प्रवेश के समय ली जा रही है। दूसरी तलाशी परीक्षा कक्ष में वीक्षकों द्वारा ली जा रही है। इसके तहत एक वीक्षक पर पचीस परीक्षार्थियों की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। तलाशी के बाद हर वीक्षक द्वारा इस आशय के घोषणा पत्र भरे जा रहे हैं कि परीक्षाॢर्थयों के पास कोई आपत्तिजनक सामान नहीं पाया गया है। हर पाली की परीक्षा की रिपोर्ट परीक्षा केंद्रों से बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को मोबाइल एप्प से मिल रही है। छात्र-छात्राओं को उत्तर लिखने के लिए दी जाने वाली हर विषय की कॉपी एवं ओएमआर शीट पर उनकी तस्वीर है।
परीक्षा सीसीटीवी कैमरे की नजर में ली जा रही है। इसके लिए परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। परीक्षा केंद्र के मुख्य प्रवेश द्वार एवं परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। हर परीक्षा केंद्र पर सम्पूर्ण परीक्षा संचालन प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग के लिए 500 परीक्षार्थियों पर एक वीडियोग्राफर तैनात किये गये हैं। पुलिस की गश्ती गाडिय़ां भी परीक्षा केंद्रों को कवर कर रही हैं।
दोनों पालियों की परीक्षा में परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के 10 मिनट पहले तक ही प्रवेश देने की बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की व्यवस्था के तहत प्रथम पाली के परीक्षार्थी को परीक्षा प्रारंभ होने के समय (पूर्वाह्न 9.30 बजे) से 10 मिनट पहले यानी पूर्वाह्न 9.20 बजे तक तथा दूसरी पाली के परीक्षार्थी को परीक्षा आरंभ होने के समय (अपराह्न 1.45 बजे) से 10 मिनट पहले यानी 1.35 बजे तक ही प्रवेश दिया जा रहा है।
हर जिले में चार आदर्श महिला परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं। छात्राओं के लिए बनाये गये आदर्श परीक्षा केंद्रों पर वीक्षक, केंद्राधीक्षक एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेट सहित सभी महिला अधिकारी-कर्मचारी तैनात की गयी हैं। शिक्षा विभाग द्वारा हर जिले में तैनात नोडल अफसरों द्वारा भी परीक्षा संचालन की मॉनीटरिंग जिला स्तर पर की जा रही है। परीक्षा संचालन की गहन मॉनीटरिंग के लिए यहां बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के मुख्य भवन में बनाया गया कंट्रोल रूम काम कर रहा है। यह चौबीसो घंटे काम कर रहा है।
परीक्षा के पहले दिन सोमवार को पहली पाली में साइंस के परीक्षार्थियों की भौतिकी की परीक्षा हुई। इसमें शामिल होने के लिए राज्य भर से 5, 44, 568 परीक्षार्थियों द्वारा फॉर्म भरे गये थे। दूसरी पाली में आट्र्स के परीक्षार्थियों की राजनीति विज्ञान की परीक्षा हुई। इसमें शामिल होने के लिए राज्य भर से 3,67,925 परीक्षार्थियों द्वारा फॉर्म भरे गये थे। दूसरी पाली में ही वोकेशनल के परीक्षार्थियों की हिंदी की परीक्षा हुई। इसमें शामिल होने के लिए 515 परीक्षार्थियों द्वारा फॉर्म भरे गये थे।