पटना

पटना के 24 छठ घाट खतरनाक, 26 घाट सुरक्षित


पटना (आससे)। चैती छठ पूजा के लिए जिला प्रशासन तथा नगर निगम द्वारा राजधानी के कई घाटों को साफ करवाया गया है। वहीं राजधानी के कई ऐसे घाट जो खतरनाक हैं उन घाटों पर जाने से जिला प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया है। नहाय खाये के साथ आज से शुरु होने वाले चैती छठ का पहला अघ्र्य 7 अप्रैल को होगा तथा 8 अप्रैल को सुबह के अर्घ्य के साथ समापन होगा।

छठ पूजा के अवसर पर व्रतियों की सुविधाए भीड़ नियंत्रण एवं शांतिपूर्ण ढंग से त्यौहार को संपन्न कराने के उद्देश्य से 4 अप्रैल को समाहरणालय सभागार में एक ब्रीफिं ग बैठक का आयोजन किया गया। चैती छठ के अवसर पर दंडाधिकारी पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति करने हेतु संयुक्त आदेश निर्गत कर दिया गया है।

इस बार पटना शहरी क्षेत्र स्थित कुल 26 घाटों को छठ पर्व हेतु जिला प्रशासन द्वारा उपयुक्त घोषित किया गया है। जिसमें पाटीपुल घाट, दीघा घाट, राजापुर पुल घाट, गेट नं 92 घाट, गेट नं 93 घाट, सूर्य मंदिर घाट गट नं 83, मखदूमपुर दीघा घाट गेट नं 88, काली घाट, कदम घाट, कलेक्टेरियट घाट, पटना कॉलेज घाट, कृष्णा घाट, गांधी घाट, राजेन्द्र कृषि तालाब फार्म, लॉ कालेज घाट, चौधरी टोला घाट, महावीर घाट, घघा घाट, कंगन घाट, गुरु गोविंद सिंह घाट, दीदारगंज घाट, पीपापुर घाट दक्षिणी, नारियल घाट, नासरीगंज घाट, शाहपुर घाट तथा एसडीओ घाट शामिल है।

इसके अलावा राजधानी के 24 घाटों को खतरनाक व अनुप्रयुक्त घोषित किया गया है। जिसमें पीपापुल उतरी घाट, कंटाही घाट, महाराज घाट, केशवराय घाट, अदालत घाट, मिश्री घाट, टी एन बनर्जी घाट, जजेज घाट, अंटा घाट, जहाज घाट, बी एन कॉलेज घाट, बांकीपुर घाट, रामजीचक दीघा घाट, पहलवान घाट, रिकाबगंज घाट, टेढ़ी घाट, मिरचाई घाट, पत्थरी घाट, गायघाट, भद्र घाट, रानी घाट, पीरदमरिया घाट, दमराही घाट तथा खाजकलां घाट शामिल है।

इन खतरनाक घाटों पर आमजन का प्रवेश निषेध होगा। उपयुक्त एवं खतरनाक दोनों तरह के घाटों पर वरीय दंडाधिकारी, स्टैटिक दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। साथ ही जिला नियंत्रण कक्ष पटना में पालीवार सुरक्षित दंडाधिकारी गण की प्रतिनियुक्ति की गई है। इस प्रकार 100 से भी अधिक दंडाधिकारी चैती छठ पर्व को सफल बनाने में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे। आज सुबह 6 बजे से ही दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी अपने अपने छठ घाटों पर पूरी मुस्तैदी के साथ तैनात रहेंगे एवं विधि व्यवस्था का संधारण करेंगे।